पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में गुरुवार देर रात दर्दनाक हादसा हुआ। यहां एक झोपड़ी में आग लने से एक ही परिवार के 7 लोग जिंदा जल गए। मरने वालों में 3 महिलाएं और 4 बच्चे शामिल हैं। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
कोलकाता से 280 किमी दूर हुआ हादसा : जानकारी के मुताबिक, यह हादसा कोलकाता से करीब 280 किलोमीटर दूर स्थित पारा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले महादेवपुर गांव में हुआ। बताया जा रहा है कि गांव में रहने वाले कालीपद चौधरी का पूरा परिवार गुरुवार रात अपनी झोपड़ी में सो रहा था। देर रात अचानक आग लगने से किसी को भी बाहर निकलने का मौका नहीं मिला।
सिर्फ एक सदस्य बचा जीवित : मामले की जानकारी मिलने के तुरंत बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई, लेकिन किसी को नहीं बचा पाई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस परिवार के सिर्फ एक सदस्य कालीपद चौधरी ही जीवित बचे हैं। हादसे के वक्त वे झोपड़ी से बाहर थे। आग लगने के बाद वे अपने परिवार को बचाने पहुंचे तो बुरी तरह झुलस गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कालीपद चौधरी के मुताबिक, इस हादसे में उनकी पत्नी, 2 बहनों और 4 बच्चों की मौत हो गई।
देर रात हादसा होने का अंदेशा : पुरुलिया जिले के एसपी आकाश मघारिया के मुताबिक, अनुमान है कि यह हादसा गुरुवार रात 12:30 से 1 बजे के बीच हुआ। इसमें 4 बच्चों सहित 7 लोगों की मौत हो गई। फिलहाल आग लगने की वजह सामने नहीं आई है। जांच के बाद ही घटना के बारे में सच्चाई सामने आएगी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह परिवार काफी गरीब था, जिसके चलते खेत में बांस और प्लास्टिक की चादरों से बनी झोपड़ी में रह रहा था। बांस और प्लास्टिक की वजह से आग काफी तेजी से लग गई। स्थानीय लोगों ने आशंका जताई है कि यह आग रोशनी के लिए जलाए गए दीपक या स्टोव के कारण लगी होगी। उन्होंने बताया कि यह परिवार पेड़ों से खजूर का रस निकालकर बेचता था।