लखनऊ विश्वविद्यालय के एक एसोसिएट प्रोफेसर के खिलाफ लखनऊ पुलिस ने FIR दर्ज की है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने काशी विश्वनाथ मंदिर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए एसोसिएट प्रोफेसर के माफीनामे की मांग को लेकर परिसर में विरोध प्रदर्शन किया था। जिसके कुछ घंटों बाद ही प्रोफेसर रविकांत के खिलाफ एफ़आईआर दर्ज की गई।
लखनऊ विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर रविकांत के काशी विश्वनाथ मंदिर पर सोमवार (9 मई 2022) को विवादित बयान दिया था। जिसके बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन हुआ। यूट्यूब चैनल पर हुई चर्चा में प्रोफेसर रविकांत ने विवादित बयान दिया था। इस मामले में प्रोफेसर के खिलाफ दुश्मनी को बढ़ावा देने के आरोप में हसनगंज थाने में प्रो। रविकांत के खिलाफ एबीवीपी प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अमन दुबे ने मुकदमा दर्ज कराया था। एफआईआर धारा 153 ए, 504, 505 (2) और 66 के तहत दर्ज की गई है।
काशी विश्वनाथ मंदिर पर विवादित बयान: प्रोफेसर रविकांत पर आरोप है कि उन्होंने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की है। उनके बयान से कैंपस के हिंदू छात्रों को चोट पहुंची है। वहीं दूसरी ओर प्रोफेसर ने भी स्थनीय पुलिस स्टेशन में कई छात्रों के खिलाफ शिकायत की है। उनका कहना है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया है। उन्होंने कहा कि उनपर जातिगत टिप्पणी की गयी। प्रोफेसर रविकांत का कहना है कि सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ प्रोपेगैंडा चलाया जा रहा है और बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
वहीं, दूसरी ओर ट्रिपल तलाक के मामले में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के एक असिस्टेंट प्रोफेसर के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। एएमयू में असिस्टेंट प्रोफेसर असद मोहम्मद के खिलाफ क्वार्सी थाने में दहेज उत्पीड़न और पत्नी को सरेराह तीन तलाक देने पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
सड़क पर तीन तलाक: प्रोफेसर की पत्नी का आरोप है कि उसके ससुराल वालों ने शादी से पहले उसे एमटेक कराने का वादा किया था, लेकिन शादी के बाद पढ़ाना तो दूर उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे। मामला जब कोर्ट में पहुंचा तो प्रोफेसर असद उसे सड़क पर ही तीन बार तलाक बोल कर चले गए। पुलिस ने प्रोफेसर असद मोहम्मद और उनके परिवार वालों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाही शुरू कर दी है।
प्रोफेसर की पत्नी फरहीन इजहार का आरोप है कि दहेज मांग पूरी न होने पर वह उसे मायके छोड़ कर चले गए। मजबूरी में महिला ने अदालत की जिसका नोटिस ससुराल पहुंचने पर वो बिफर गए। फरहीन ने बताया कि वह 6 मई को अपने बहन और बहनोई के साथ कहीं जा रही थी। रास्ते में प्रोफेसर असद मोहम्मद उसे सरेराह ट्रिपल तलाक बोलकर चले गए। महिला ने पति, सास ससुर और परिवार वालों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।