भारत की सियासत में बुधवार का दिन जहां प्रियंका गांधी की सक्रिय आधिकारिक शुरुआत के नाम रहा वहीं इसी दिन गांधी परिवार के गढ़ अमेठी में ही राहुल गांधी को विरोध का सामना करना पड़ गया। यह विरोध करने वाले उन्हीं के संसदीय क्षेत्र अमेठी के किसान थे। बुधवार को राहुल गांधी अमेठी के दौरे पर थे। इसी दौरान जब वे अमेठी जिले के गौरीगंज में पहुंचे तो किसानों ने ‘वापस इटली जाओ’ के नारे लगा दिए।
लोकसभा चुनाव के लिए रैली करने गए राहुल गांधी के सामने किसानों ने मांग रखी कि या तो उन्हें राजीव गांधी फाउंडेशन के लिए दी गई उनकी जमीन वापस दी जाए या रोजगार दिया जाए। प्रदर्शन में शामिल संजय सिंह नाम के एक शख्स ने एएनआई से बातचीत में कहा, ‘हम राहुल गांधी से बेहद निराश हैं। उन्हें वापस इटली चले जाना चाहिए। वे यहां के लायक नहीं है। राहुल ने हमारी जमीन छिन ली।’
गौरतलब है कि किसानों का यह प्रदर्शन उसी सम्राट साइकिल फैक्ट्री के पास हो रहा था जिसका उद्घाटन पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अमेठी से सांसद रहने के दौरान किया था। 1980 में कौसर के औद्योगिक क्षेत्र में करीब 65.57 एकड़ से ज्यादा जमीन जैन ब्रदर्स ने ली थी। यह जमीन एक कंपनी चलाने के लिए ली थी। रिकॉर्ड्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम ने यह जमीन लीज पर दी थी। लेकिन इसकी विफलता के चलते करीब 20 करोड़ के लोन की रिकवरी के लिए 2014 में ऋण वसूली अधिकरण ने इसे नीलाम कर दिया।
यह जमीन राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट ने डेढ़ लाख रुपए की स्टांप ड्यूटी चुकाकर खरीद ली थी। हालांकि बाद में इस नीलामी प्रक्रिया को अवैध घोषित कर दिया गया और गौरीगंज एसडीएम कोर्ट ने इसे वापस सम्राट साइकिल फैक्ट्री को लौटाने के आदेश दे दिए। इसके बाद से ही कागजों में यह जमीन उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम के पास है लेकिन अभी भी यह राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट के ही कब्जे में है।