हरियाणा के चरखी दादरी में जमीन अधिग्रहण के एवज में मिली राशि से असंतुष्ट एक किसान की विरोध प्रदर्शन के दौरान मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के मुताबिक ढाणी फौगाट गांव में ग्रीन कॉरिडोर 152-डी की अधिग्रहित जमीन की मुआवजा राशि को लेकर किसान पिछले चार महीनों से धरना दे रहे हैं। इन्हीं में 54 वर्षीय राम अवतार भी शामिल थे। शनिवार (3 अगस्त) को सुबह अचानक उन्हें सीने में दर्द की शिकायत हुई और फिर मौत हो गई। किसानों ने मृतक के शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया।
शव के साथ ही धरनास्थल पर बैठे किसानः धरने पर पहुंची विभिन्न खापों के प्रतिनिधियों ने कहा कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हो जाती किसान के शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। इस मामले में रविवार (4 अगस्त) की सुबह कई खापों और गांवों के लोगों को धरनास्थल पर जुटकर अगला कदम उठाने को फैसला लिया है। धरने पर मौजूद लोग मृतक किसान का शव लेकर धरनास्थल पर ही बैठे हैं।
नाकाम रही एसडीएम की मशक्कतः एसडीएम संदीप अग्रवाल ने कहा कि वे किसान की मौत की सूचना के बाद धरनास्थल पर गए थे। उन्होंने किसानों के साथ बैठक कर उन्हें मनाने का प्रयास किया, लेकिन किसानों ने इन मांगों को पूरा करने के लिए लिखित आश्वासन की मांग की। उन्होंने करीब दो घंटों तक उच्च अधिकारियों से बात भी की।
लिखित आश्वासन के लिए अड़े किसानः दोपहर तीन बजे एसडीएम दोबारा से किसानों के बीच में पहुंचे, लेकिन तब भी किसानों ने उनकी नहीं मानी। दोपहर बाद दादरी के सीटीएम डॉ. वीरेंद्र सिंह और एसडीएम संदीप अग्रवाल फिर से धरनास्थल पर पहुंचे। अधिकारियों ने किसानों को उनकी मांगें उच्च अधिकारियों के पास भेजने संबंधित दस्तावेज भी दिखाए, लेकिन किसान इन मांगों को पूरा करने के लिए लिखित आश्वासन की मांग करते रहे।