कन्नौज शहर स्थित एक प्राइवेट क्लीनिक पर उस समय हड़कंप मच गया जब चिकित्सक की लापरवाही के चलते क्लीनिक में भर्ती हृदयरोग से पीड़ित मरीज की उपचार के दौरान ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। इसके बाद दर्जनों लोग मौके पर पहुंच गए और चिकित्सक पर आरोप लगाते हुए वहां जमकर हंगामा भी किया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया। वहीं परिजनों ने चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है।
हृदय रोग से पीड़ित था नफीसः मामला कन्नौज जनपद के सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला अहमदी टोला का है। टोला का निवासी 50 वर्षीय नफीस पुत्र जाकिर बहुत दिनों से हृदय रोग से पीड़ित था। बताया जा रहा है कि गुरुवार की शाम नफीस को अचानक सीने में दर्द होने लगा था। तभी परिजनों ने तत्काल नफीस को शहर के मोहल्ला बड़ा बाजार निवासी हृदयरोग विशेषज्ञ डॉक्टर रविशंकर सक्सेना के क्लीनिक पर भर्ती कराया दिया था। चिकित्सक ने नफीस की जांच पड़ताल करने के साथ ही चिकित्सीय परीक्षण ईसीजी आदि भी किया। डॉक्टर ने जांच कर बताया की रोगी की हालत नार्मल है और उसे दवा भी दी। परिजनों के अनुसार नफीस की हालत तब बिगड़ी जब वह बाथरूम से वापस आया था।
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परिजनों का हंगामाः नफीस की हालत बिगड़ते देख उसके परिजनों ने चिकित्सक को सूचना दी और तत्काल उपचार करने के लिए कहा, लेकिन चिकित्सक अन्य मरीजों में मशगूल रहे और नफीस को नहीं देख पाए। बताया जा रहा है कि डॉक्टर की लापरवाही और समय पर उपचार के अभाव में नफीस ने दम तोड़ दिया। वहीं नफीस के भाई अजीज ने चिकित्सक पर हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि चिकित्सक समय रहते उपचार कर देते या फिर कहीं और रेफर कर देते तो उसके भाई की जान बच जाती। नफीस की मौत की खबर मिलते ही जहां परिजनों में कोहराम मच गया, वहीं मोहल्लेवासी भारी संख्या में क्लीनिक पर भी पहुंच गए। चश्मदीदों के अनुसार चिकित्सक की लापरवाही का मामला सामने आने पर परिजनों समेत मौके पर मैजूद मोहल्लेवासी आक्रोशित हो उठे और चिकित्सक को खरी खोटी सुनाते हुए वहां हंगामा कारने लगे। उधर मामले की सूचना पुलिस को मिलते ही सदर कोतवाली के विनोद कुमार मिश्रा पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाबुझाकर मामला को शांत करवाया। परिजन का आरोप है कि चिकित्सक ने इलाज में लापरवाही की है जिसके वजह से उसकी जान गई है।