मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मामूली अंतर से मिली हार का गम शिवराज सिंह चौहान को अभी भी महसूस होता दिख रहा है। ट्विटर पर वायरल हुए एक वीडियो में उनकी बातों से तो ऐसा ही लग रहा है। शिवराज कालापीपल में लोगों को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने एक गीत की पंक्तियां गुनगुनाते हुए लोगों से पूछ ही लिया ‘हमसे का भूल हुई कि ये सजा हमको मिली।’

ये है शिवराज का पूरा बयानः शिवराज ने कहा, ‘मैंने मध्य प्रदेश की जनता की सेवा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कालापीपल में नर्मदा मैया का पानी लाने की योजना बनाई और फिर उसे क्रियान्वित करने की तरफ कदम बढ़ा दिए।’ इसके बाद उन्होंने पूछा- ‘हमसे कोई नाराजगी थी क्या?’ भीड़ ने कहा नहीं तो शिवराज ने फिर पूछा- ‘…तो हमसे का (क्या) भूल हुई कि ये सजा हमको मिली।’

शिवराज ने सुनाई ‘शिव’ की कविताः दर्दभरे गीत के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने कवि शिवमंगल सिंह सुमन की कविता की पंक्तियां भी सुनाई और बोले, ‘मुझे कोई फर्क नहीं पड़ा। क्या हार में, क्या जीत में, किंचित नहीं भयभीत मैं… कर्त्तव्यपथ पर जो मिले, ये भी सही वो भी सही।’

यूं जीतते-जीतते हार गए शिवराजः मध्य प्रदेश में 15 सालों से भाजपा का राज था। इसमें से 13 साल अकेले शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री रहे। चुनाव में भाजपा को 230 में 109 सीटें मिलीं, वहीं कांग्रेस को 114 सीटें मिलीं हालांकि वह बहुमत से दो कदम दूर रह गई। इसके बाद कांग्रेस ने सपा, बसपा और निर्दलीयों के सहारे सरकार बनाई। इस चुनाव में भाजपा के दिग्गज मंत्रियों समेत 11 नेता नोटा को मिले वोटों से भी कम अंतर से हारे हैं।