Delhi News: दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट के खजूरी खास इलाके में डीडीए बोर्ड से श्रीराम कॉलोनी और सोनिया विहार तक 200 मीटर लंबे हिस्से में नाले का पानी भर गया है। इससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं खजूरी खास पुलिस स्टेशन के परिसर में भी गंदा पानी घुस गया है। एक पुलिस अधिकारी ने गंदे पानी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि हम ड्यूटी पर नहीं जा सकते। अगर कोई शिकायत दर्ज कराने के लिए फोन करेगा तो हम किस तरह जवाब देंगे।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सड़क किनारे खड़ी पुलिस गाड़ियों के टायर आधे पानी में डूबे हुए हैं। इस इलाके में रहने वाले लोगों का कहना है कि नालियां बंद होने की वजह से पिछले 9 महीने से यही हालात हैं। सरकार ने पानी की निकासी के लिए काम पर मजदूरों को भी रखा है। साथ ही नालियों को ढकने वाले स्लैब को हटाने के लिए अर्थमूवर भी लगाया है। हालांकि, इसका कोई ज्यादा फायदा नजर नहीं आ रहा है।
ई-रिक्शा वालों के लिए हालात खराब
ई-रिक्शा वालों के लिए तो हालात बहुत ही ज्यादा खराब हैं। उनका रिक्शा तो कई बार जाम हो जाता है। श्रीराम कॉलोनी की दीप माला ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि ऐसे हालात तो पिछले साल की दिवाली से ही बने हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘जलभराव के कारण, हमें अपने बच्चों को एक अलग रास्ते से स्कूल ले जाना पड़ता है, जो बहुत संकरा और भीड़भाड़ वाला है। कई बच्चे उस रास्ते को पार करने की कोशिश में गिर गए हैं। चुनावों के दौरान, सड़क ठीक थी। लेकिन अब हालात देखिए।’ कड़कड़डूमा कोर्ट में वकील दीपक गौड़ ने कहा, ‘लोगों का कहना है कि यहां लाखों रुपये खर्च हो चुके हैं। यह इलाका सरकार के एक जिम्मेदार मंत्री के अधीन है, फिर भी उनके इलाके के लोग परेशानी झेल रहे हैं।’
सड़क, सुरक्षा, बिजली और पानी पर दिल्ली सरकार का विशेष ध्यान
लोगों के बिजनेस पर पड़ा असर
बेकरी चलाने वाले देव्यांश कौशिक ने बताया कि जलभराव ने उनके बिजनेस पर काफी असर डाला है। सामान ले जाने वाली गाड़ियां उस रास्ते से जा ही नहीं पा रही हैं। उन्होंने कहा, ‘सेल्समैन दुकान पर नहीं आ रहे हैं, उनकी गाड़ियां बीच-बीच में रुक जाती हैं। हमने कई शिकायतें की हैं। कपिल मिश्रा चुनाव से पहले एक बार आए थे, लेकिन फिर कभी नहीं आए।’
साइकिल पर एक वेंडर छोले-कुलचे बेच रहा है। वह नाले के एक स्लैब पर बैठा हुआ है। उन्होंने कहा, ‘हर बार मेरा इलाज होता है। अब तो डॉक्टर भी पूछते हैं, क्या तुम फिर आए हो।’ ई-रिक्शा चालक गौरव सागर ने कहा, ‘पानी घुसने के कारण मोटर खराब हो जाने के बाद मुझे अपनी गाड़ी को कई बार धक्का देना पड़ा। मेरा व्यवसाय चौपट हो गया है।’
कपिल मिश्रा ने क्या कहा?
कपिल मिश्रा ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि पानी को निकालने का काम चल रहा है। उन्होंने कहा, ‘अस्थायी समाधान के लिए, नालों की सफाई की जा रही है, जिसमें तीन-चार दिन लगेंगे। स्थायी समाधान के लिए इरिगेशन एंड फ्लड कंट्रोल डिपार्टमेंट को एक खुला नाला बनाने के लिए 20 करोड़ रुपये दिए गए हैं। इससे समस्या का समाधान हो जाएगा क्योंकि वहां भारी रुकावट है।’
मंत्री के साथ काम करने वाले अरुण तिवारी ने बताया कि सबसे मेन समस्या एनएचएआई की तरफ से बिछाए गए पाइप हैं। मिश्रा के चुनाव जीत जाने के बाद से ही हम पानी पंप करके निकाल रहे हैं। लेकिन मानसून ने इसे और बदतर बना दिया है। हमने NHAI से कुछ पाइप हटाने को कहा है। अब I&FC विभाग पाइप तोड़ रहा है। मानसून के बाद एक खुला नाला बनाया जाएगा। तब तक, पानी पंप करके निकाला जा रहा है। शाहजहां रोड, तुगलक लेन, अकबर और हुमायूं रोड के साइन बोर्ड पर पोती कालिख