दुनिया में जागरूकता लाने और खास अवसर को यादगार बनाने के लिए आजकल लोग कई तरह के साहसिक, जोखिम भरे और अचंभित कर देने वाले कदम उठा रहे हैं। कुछ ऐसा ही तमिलनाडु के एक जोड़े ने सोमवार की भोर में किया। अपनी शादी की वरमाला 60 फुट गहरे समुंदर की तलहटी में एक-दूसरे को पहनाई। ऐसा करना आसान नहीं था, लेकिन जोड़े ने इसे दो पक्षों की सहमति से किया। उनका कहना है कि वे समुद्र के प्रदूषण के प्रति लोगों को जागरूक करना चाहते थे। इसीलिए उन्होंने ऐसा अजब-गजब काम किया।

कोयंबटूर की रहने वाली दुल्हन एस. स्वेथा ने बताया कि समुंदर के अंदर जाकर वरमाला पहनाने की रस्म पूरा करने का प्रस्ताव दूल्हे की ओर से था। कहा, “इस प्रस्ताव से पहले वह डर गईं और हिचकिचाहट दिखाई, लेकिन बाद में उन्होंने मुझे आश्वस्त किया कि डरने की कोई बात नहीं है। इसके बाद मुझे स्वीमिंग पूल में अच्छी तरह से ट्रेनिंग दी गई और थोड़ा स्कूबा डाइविंग सेशन भी हुआ। मुझे खुद पर भरोसा हो गया और मैं पानी के अंदर चली गई। जिंदगी में पहली बार मैं समुंदर की तलहटी में गई। मैंने देखा कि मेरे बगल में जीवित मछलियां तैर रही हैं। यह जीवनभर का एक बड़ा अनुभव था।”

तिरुवन्नामलाई के दूल्हे सॉफ्टवेयर इंजीनियर वी.चिन्नादुरई ने बताया, “मैं 12 साल से स्कूबा डाइविंग कर रहा हूं, यह विचार और सलाह हमारे प्रशिक्षक अरविंद अन्ना का था कि हम समुद्र के नीचे शादी करें। हमने पानी के नीचे 45 मिनट बिताए। मैंने दुल्हन को एक गुलदस्ता देकर प्रस्ताव रखा और फिर मालाओं का आदान-प्रदान किया।

इसके बाद थाली की रस्म पूरी की। फूलों की बौछार की गई और फिर हमने पानी के नीचे कुछ चक्कर लगाए। हम पानी के नीचे जाकर लोगों में समुंदर के प्रदूषण के प्रति जागरूकता पैदा करना चाहते थे। इसलिए हमने अपनी शादी को चुना।” इसके पहले दोनों लोग नीलंकरई के तट से बोट पर सवार होकर 4.5 किमी दूर एक स्थान पर गए। वहां साड़ी और धोती पहने जोड़े ने कुछ रस्में पूरी कीं।