प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Department) ने गुरुवार को धन शोधन के नए मामले में कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) को गिरफ्तार किया है। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट (Patiala House Court) ने उसे एजेंसी की नौ दिन की हिरासत में भेज दिया है। उस पर रेलिगेयर इंटरप्राइजेज लिमिटेड (Religare Enterprises Limited) के पूर्व प्रमोटर मलविंदर सिंह (Malvinder Singh) की पत्नी जपना सिंह (Japna Singh) से साढ़े तीन करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। जपना को सुकेश ने झांसा दिया कि इस पैसे का इस्तेमाल उसके पति को छुड़ाने के लिए किया जाएगा। मलविंदर सिंह वर्तमान में रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड में धन की कथित हेराफेरी से जुड़े एक मामले में जेल में है।
इससे पहले चंद्रशेखर को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) मामले में गिरफ्तार किया था, जहां उस पर आरोप था कि उसने मालविंदर सिंह के भाई शिविंदर सिंह की पत्नी अदिति सिंह को धोखा दिया था।
ईडी ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश शैलेंद्र मलिक की अदालत से आरोपी की 14 दिनों की हिरासत मांगी थी। चंद्रशेखर के वकील अनंत मलिक ने अदालत को कहा कि उनके मुवक्किल को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की जरूरत नहीं है और मामला सितंबर 2021 में दर्ज किया गया था। धनशोधन का यह तीसरा मामला है जिसमें ईडी ने चंद्रशेखर को गिरफ्तार किया है।
अन्य दो मामलों में मलविंदर सिंह के भाई शिविंदर सिंह की पत्नी अदिति सिंह से 200 करोड़ रुपये की ठगी करने और अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (AIADMK) के ‘दो पत्ते’ का चुनाव चिह्न वी के शशिकला गुट को दिलाने के नाम पर निर्वाचन आयोग के अधिकारियों को कथित तौर पर रिश्वत देने की कोशिश का मामला शामिल है।
चंद्रशेखर के खिलाफ दर्ज ताजा मामला दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा द्वारा वर्ष 2021 में दर्ज मामले से जुड़ा है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उच्च सरकारी अधिकारी बनकर मलविंदर सिंह की पत्नी जापना सिंह से चार करोड़ रुपये की हेराफेरी की। मलविंदर सिंह वर्तमान में रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड में धन की कथित हेराफेरी से जुड़े एक मामले में जेल में है।