दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार इस वक्त चारों ओर से संकट से घिरी हुई है। चुनाव आयोग द्वारा शुक्रवार को पार्टी के 20 विधायकों को लाभ का पद मामले में अयोग्य घोषित करते हुए उनकी सदस्यता रद्द करने की सिफारिश राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेजी गई है, इस पर अब आप नेता कुमार विश्वास ने दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि विधायकों की सदस्यता जाने से वह काफी दुखी हैं। इसके अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा है। विश्वास ने कहा है कि केजरीवाल ने उनकी सलाह नहीं मानी।
आज तक के मुताबिक आप को लेकर हो रहे विवादों में विश्वास ने कहा, ‘निश्चित तौर पर मेरे लिए कष्ट का विषय है, हमारे छोटे भाई-बहन जैसे विधायक जिनके लिए बहुत सारी सभाएं मैंने की थी, उनके लिए ऐसा सुनना काफी कष्टादायी है। मुझे इसके बारे में कुछ नहीं पता था क्योंकि मुझे कोई सूचना नहीं दी जाती है, तो मुझे ज्यादा कुछ पता नहीं है। वैसे भी पहले जब मंत्रालय बन रहे थे उस वक्त मैंने कुछ सुझाव दिए थे… आदर्श शास्त्री और सौरभ भार्गव जैसे साथियों के लिए, लेकिन मुख्यमंत्री जी ने मुझे कह दिया था कि यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है मंत्रियों को बनाना, इसमें तुम हस्तक्षेप मत करो। उसके बाद मैंने कोई सलाह नहीं दी, क्योंकि मैं तो संगठन का आदमी हूं, मेरा काम है रैली करके चुनाव जिताना।’
विश्वास ने बताया कि उन्होंने केजरीवाल को सुझाव दिया था कि पार्टी के पास आदर्श शास्त्री, संजीव झा और सरिता जैसे बच्चे हैं, तो उन्हें मंत्रिमंडल में लिया जाना चाहिए, लेकिन केजरीवाल ने इसके लिए मना कर दिया था। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी में उनकी किसी भी तरह की अनदेखी नहीं की जा रही है। विश्वास ने कहा कि उनकी प्राथमिकताएं तय हैं।
बता दें कि चुनाव आयोग ने चुनाव आयोग ने आप के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द करने के लिए राष्ट्रपति को लिखा है। कहा जा रहा है कि इस मामले में राष्ट्रपति कोविंद आज यानी शनिवार को अपना फैसला सुना सकते हैं। आप ने आयोग के इस निर्णय पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और इसे राजनीतिक साजिश करार दिया। जबकि, कांग्रेस व भाजपा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस ने जून 2016 में इन विधायकों के खिलाफ शिकायत जी थी जिस पर निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रपति को अपनी राय दी है।