Earthquake in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में शुक्रवार (14 अक्टूबर) सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप के झटके सुबह लगभग 5.28 बजे महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.8 मापी गई है। फिलहाल भूकंप से किसी जान-माल की हानि कि खबर नहीं है।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, अंबिकापुर से 65 किलोमीटर दूर 4.8 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र धरातल से 10 किमी नीचे था। वहीं, झटके महसूस होने पर लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। बताया जा रहा है कि भूकंप के झटके सुबह 5.28 बजे महसूस किए गए। भूकंप कोरिया जिले के आसपास के इलाकों में भी महसूस किया गया।
जुलाई 2022 में आया था 4.7 तीव्रता का भूकंप: इससे पहले छत्तीसगढ़ के बैकुंठपुर के सोनहत में जुलाई 2022 में 4.7 तीव्रता का भूकंप आया था। इस दौरान चरचा अंडर ग्राउंड माइंस में एयर ब्लास्ट हुआ था और 5 मजदूर जख्मी हो गए थे। भूकंप का केंद्र बैकुंठपुर के पास सोनहत में जमीन से 16 किमी की गहराई में था।
भूकंप की तीव्रता: रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है। यह भूकंप महसूस नहीं किए जाते। वहीं, 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है। इन्हें भी सामान्य तौर पर हम महसूस नहीं करते। वेरी लाइट कैटेगरी के भूकंप 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले होते हैं। इन्हें महसूस तो किया जाता है लेकिन इनसे कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। वहीं, लाइट कैटेगरी के भूकंप 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले होते हैं। इन झटकों को महसूस किया जाता है हालांकि, इनसे नुकसान ना के बराबर ही होता है।
समुद्र में मौजूद मृत जीवों की वजह से आएगा भूकंप: हाल ही में किए गए शोध से पता चलता है कि लाखों साल पुराने छोटे जीव, हिकुरंगी सबडक्शन जोन (Hikurangi subduction zone) में विनाशकारी भूकंप का कारण बन सकते हैं। सबडक्शन जोन वह सीमा है जहां पैसिफिक प्लेट, ऑस्ट्रेलियाई प्लेट के नीचे डाइव कर रही है। इस ज़ोन में 8 मैग्निट्यूड से ज्यादा के विशाल मेगाथ्रस्ट भूकंप आ सकते हैं।