Earthquake: अंडमान सागर में भूकंप के झटके को दर्ज किया गया है। यह घटना दोपहर करीब 2 बजकर 41 मिनट और 46 सेकंड पर हुई। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.6 मापी गई है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से साझा की गई जानकारी से पता चलता है कि भूकंप पोर्ट ब्लेअर के नजदीक अंडमान सागर में 40 किमी की गहराई में आया था। खबर लिखे जाने तक किसी के भी जान माल के नुकसान की जानकारी नहीं आयी है।

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनसीएस) सरकार की संस्था है जो पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत काम करती है। एनसीएस देश में भूकंप गतिविधि की निगरानी के लिए भारत सरकार की नोडल एजेंसी मानी जाती है। इसके 150 से अधिक स्टेशन देश भर में फैले हैं। एनसीएस का मुख्य काम ही 24 घंटे भूकंप गतिविधि की निगरानी करना है। इसके अलावा, एनसीएस भूकंपीय जोखिम माइक्रोज़ोनेशन और भूकंपीय अनुसंधान में भी सक्रिय रूप से शामिल है।

सोमवार, 9 मई को भी अंडमान और निकोबार में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। तब भूकंप को देर रात करीब 1:11 बजे दर्ज किया गया था। एनसीएस ने रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.4 मापी थी। हाल ही में एनसीएस ने अप्रैल माह में आयी भूकंपों पर एक रिपोर्ट भी जारी किया था। रिपोर्ट की माने तो 1 से 30 अप्रैल के बीच एनसीएस ने कुल 81 भूकंप दर्ज किया था। इनमें से 73 भूकंप भारत और उसके पड़ोस के क्षेत्र में आए थे।

अंडमान सागर में आए भूकंप के अलावा आज भारत दूसरे प्राकृतिक आपदाओं से भी जूझ रहा है। भारती के हिमालयी क्षेत्र वाले राज्यों में से एक हिमाचल प्रदेश एक बार फिर आग की चपेट में है। तापमान बढने से शिमला के पोआबो वन क्षेत्र के जंगल में आज भीषण आग लग गई है। अभी कुछ दिन पहले कसौल के जंगलों में भी भयंकर आग लगी थी। तब भारतीय सेना के गोल्डन आई डिवीजन के जवानों ने आग पर काबू करने में मदद की थी। कई स्थानीय लोग इस आग में फंस भी गए थे जिसे सेना जवानों ने बाहर निकाला।