पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां डॉक्टरों द्वारा भ्रूण को मृत घोषित कर दिए जाने के बाद महिला ने जिंदा और स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक सोनो स्कैन के बाद लैब द्वारा दी गई रिपोर्ट में महिला के गर्भ में मौजूद भ्रूण को मृत बताया गया था, लेकिन उसके कुछ ही घंटों के बाद महिला ने एक जिंदा बच्चे को जन्म दिया। घोषपारा गांव की 31 वर्षीय सजेदा बीबी के परिवार ने इस मामले में सोनो स्कैन लैब के खिलाफ दोमकल पुलिस स्टेशन में शिकायत भी दर्ज करा दी है।
पुलिस स्टेशन के इनचार्ज इंस्पेक्टर निहार रॉय का कहना है, ‘हमें महिला के परिवार की तरफ से शिकायत मिली है, लेकिन हमने उन्हें सलाह दी है कि वह कंज्यूमर अफेयर्स कोर्ट में जाकर इस मामले में शिकायत दर्ज कराएं, क्योंकि यह हमारे अंतर्गत नहीं आता है।’ हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक सजेदा को शनिवार को लेबर पेन होने के बाद डॉक्टर सुपर्णा बिस्वास के पास ले जाया गया था। डॉक्टर को भ्रूण में कुछ हरकत नहीं महसूस हुई, जिसके बाद सजेदा को अल्ट्रासोनोग्राफी कराने की सलाह दी गई। परिवार के सदस्यों ने सोनोग्राफी करवाई। सोनोग्राफी रिपोर्ट में बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया। इसके साथ ही इस रिपोर्ट में रेडियोलॉजिस्ट डॉ आरके सरकार का भी हस्ताक्षर था।
सजेदा की मां ने बताया, ‘रिपोर्ट आने के बाद हम सजेदा को फिर से घर लेकर गए, लेकिन उसी रात को उसे फिर से लेबर पेन हुआ, जिसके बाद हमने उसे दोमकल अस्पताल में भर्ती करा दिया। इस वक्त मां और बच्चा दोनों ही स्वस्थ्य हैं।’ बता दें कि सजेदा ने रविवार की सुबह 4 बजे बच्चे को जन्म दिया। बच्चे के जन्म के बाद सजेदा की बहन खलेदा खातून ने पुलिस में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई। लैब में जब फोन किया गया तब एक व्यक्ति ने कॉल उठाया और कहा, ‘इस यूनिट के मालिक अब्दुल अलीम शेख शनिवार से यहां नहीं हैं और मुझे पता नहीं है कि इस वक्त डॉक्टर सरकार कहां हैं।’