झारखंड के धनबाद शहर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश-8 उत्तम आनंद की मौत का रहस्य गहरा गया है। जज की मौत के मामले में पुलिस अब तक तीन संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। घटना में उपयोग किया गया ऑटो भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। बताया जा रहा है कि जज उत्तम आनंद को चोरी के ऑटो से टक्कर मारी गई थी। हत्या का यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने इस हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। वहीं हादसे का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद से इसे सोच समझकर की गई हत्या माना जा रहा है।
यह थी पूरी घटना: धनबाद के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे)-8 उत्तम आनंद बुधवार की सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। तभी पीछे से आ रहे एक ऑटो ने उन्हें टक्कर मार दी। घर से कुछ कदम की दूरी पर ही वे खून से लथपथ घायल अवस्था में मिले। करीब डेढ़ घंटे के बाद कुछ लोगों ने उन्हें स्थानीय शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल पहुंचाया था। घंटेभर चले इलाज के बाद उन्हें सुबह 9:30 बजे उनकी मौत हो गई।
सीसीटीवी फुटेज से हत्या का एंगल मिला: पुलिस को घटना का सीसीटीवी फुटेज भी मिला है। इसमें दिख रहा है कि बुधवार सुबह 5 बजकर 8 मिनट पर एडीजे सड़क किनारे जॉगिंग कर रहे थे। उसी समय एक ऑटो अचानक उनकी ओर घूमा और उन्हें टक्कर मारते हुए निकल गया।
चर्चित मामलों की सुनवाई: उत्तम आनंद चर्चित रंजय हत्याकांड की सुनवाई कर रहे थे। रंजय सिंह धनबाद के बाहुबली नेता और झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के काफी करीबी माने जाते थे। कुछ दिन पहले ही शूटर अभिनव सिंह और अमन का गुर्गा रवि ठाकुर की जमानत याचिका उन्होंने खारिज कर दी थी। आशंका जताई जा रही है कि रंजय सिंह हत्याकांड मामले में ही उनकी हत्या की गई है।
असमंजस में पुलिस: स्थानीय पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है, लेकिन अभी तक वह यह तय नहीं कर पा रही है कि जांच का एंगल मौत रखा जाए या दुर्घटना। वहीं उनकी पत्नी ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है। परिजनों और उनके साथी जजों ने पुलिस से कहा कि यह कोई साधारण दुर्घटना नहीं बल्कि यह जानबूझकर की गई हत्या है। वहीं इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है। राजनीतिक दलों ने इस हत्या की वजह से राज्य में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।