Kumbh Mela 2019: प्रयागराज में माघ पूर्णिमा पर पांचवें पवित्र स्नान की शुरुआत हो चुकी है। दूर-दराज से लोग कुंभ मेले में पहुंच रहे हैं। मेला अधिकारी के मुताबिक, इस पावन पर्व पर करीब 50 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि त्रिवेणी स्नान के लिए मंगलवार सुबह से ही श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचने लगे। ऐसे में भीड़ को व्यवस्थित करने के लए आठ किमी के क्षेत्र में 40 घाटों पर स्नान की व्यवस्था की गई है।
सुरक्षा के किए गए खास इंतजाम : मेलाधिकारी के मुताबिक, मेले की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। जम्मू- कश्मीर में हुए आतंकी हमले की वजह से सभी जगह कड़ी निगरानी रखी जा रही है। मेला क्षेत्र में 96 कंट्रोल वॉच टावर लगाए गए हैं। पुलिस के अलावा अन्य सुरक्षा एजेंसियों के जवान चप्पे-चप्पे पर नजर रखे हुए हैं।
सुविधाओं का रखा जा रहा खास ख्यालः कुंभ मेले में स्वच्छता और शौचालय की व्यवस्था का खास ध्यान रखा गया है। टेंट, बिजली , पेयजल , स्वास्थ्य सेवाएं , खोया -पाया विभाग केंद्र का कंप्यूटराइजेशन जैसी सुविधाएं मेले की खास बातें रहीं। वहीं, व्यवस्थाओं में सुधार के लिए लोगों से सलाह और सुझाव लिए गए।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष ट्रेनों और बसों का इंतजामः कुंभ मेले के डीआईजी केपी सिंह ने बताया कि दूर-दराज क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं के लिए विशेष ट्रेनों का इंतजाम किया गया है। साथ ही, परिवहन निगम ने भी यात्रियों की सुविधानुसार रोडवेज की बसों का संचालन शुरू किया है।
पांचवां पवित्र स्नान : बता दें कि कुंभ मेले में कुल 6 पवित्र स्नान होने हैं, जिनमें से मंगलवार को पांचवां पवित्र स्नान है। इन 6 स्नान में 3 शाही स्नान भी थे, जिनमें नागा साधुओं ने गंगा की गोद में जमकर अठखेलियां कीं। कुंभ मेले का पहला शाही व पवित्र स्नान 15 जनवरी को हुआ था। वहीं, दूसरा पवित्र स्नान 21 जनवरी को पौष पूर्णिमा पर हुआ। दूसरे शाही स्नान (कुल तीसरे स्नान) का योग मौनी व सोमवती अमावस्या और महादेय योग के संगम पर बना था। चौथा पवित्र स्नान (तीसरा शाही स्नान) 10 फरवरी को वसंत पंचमी पर हुआ था। छठा व आखिरी पवित्र स्नान 4 मार्च को महाशिवरात्रि पर होगा, जिसके बाद कुंभ मेले का समापन हो जाएगा।