प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व पीएम राजीव गांधी को ‘भ्रष्ट’ नंबर-वन कहने पर दिल्ली विश्वविधालय (डीयू) के 200 टीचर्स ने एक लेटर पर दस्तखत कर विरोध दर्ज किया है। कांग्रेस ने इसकी जानकारी दी है। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस चीफ सैम पित्रोदा ने लेटर के साथ टीचर्स के हस्ताक्षर वाली तस्वीरें शेयर की हैं। उन्होंने ट्वीट में जानकारी दी कि डीयू के 200 टीचर्स ने एक आलोचना पत्र पर हस्ताक्षर कर मोदी की निंदा की है।

मालूम हो कि बीते दिनों पीएम मोदी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए बोफोर्स भ्रष्टाचार के लिए राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी नंबर-वन करार दिया था। जिसके एक दिन बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पीएम मोदी के इस बयान पर उनको आड़े हाथों लिया था।

उन्होंने ट्वीट किया था ‘मोदी जी लड़ाई खत्म हो चुकी है और आपके कर्म आपका इंतजार कर रहे हैं। खुद की सोच को खुद पर थोपने की बजाय आपने मेरे पिता (राजीव गांधी) पर थोप दी। लेकिन आपको कोई नहीं बचा पाएगा।’

वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी पीएम की जमकर आलोचना की। उन्होंने भी ट्वीट कर कहा ‘शहीदों के नाम पर वोट मांगकर राजनीति करने वाले मोदी ने एक पाक और साफ छवि के इंसान की शहादत को भी नहीं बख्शा। एक ऐसा व्यक्ति जिसने देश के लिए अपनी कुर्बानी दी। जनता धोखेबाजों को माफ नहीं करती।’

वहीं सोमवार (6 मई 2019) को झारखंड के चायबासा में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम ने एकबार फिर राजीव गांधी का जिक्र किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा ‘चुनाव में अब सिर्फ 2 चरण बाकी रह गए हैं। मैं पूरी कांग्रेस पार्टी, उनके अध्यक्ष, नामदार के परिवार, उनके रागदरबारियों और चेले चपाटों को खुली चुनौती देता हूं कि दम है तो दिल्ली, पंजाब और भोपाल में राजीव गांधी जी के मान-सम्मान के मुद्दे पर चुनाव लड़ लिया जाए।’