दिल्ली की आम जनता तो सम-विषम को झेल ही रही है, लेकिन अब सरकार की योजना इसे संसद की चौखट तक पहुंचाने की भी है। केजरीवाल सरकार ने सोमवार से शुरू हो रहे संसद सत्र को देखते हुए सांसदों को संसद पहुंचाने के लिए एमपी स्पेशल डीटीसी बस सेवा शुरू करने का फैसला किया है।

वहीं सम-विषम पार्ट-2 की विफलता के आरोपों के बीच दिल्ली सरकार ने रविवार को दावा किया कि जनवरी की तुलना में इस बार सम-विषम की अनुपालन दर ज्यादा है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी के सम-विषम के पहले दस दिन की तुलना में इस बार 1000 चालान कम कटे।

परिवहन मंंत्री गोपाल राय ने रविवार को ट्वीट कर कहा, ‘माननीय सांसदों को संसद पहुंचाने के लिए सोमवार से चलेगी एमपी स्पेशल डीटीसी बस सेवा।’ राय ने कहा कि इस मुद्दे पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से बात करके यह फैसला लिया गया है। सांसदों को संसद पहुंचाने के लिए कुल छह बसें चलेंगी। इनमें से तीन बसें नॉर्थ एवेन्यू और तीन साउथ एवेन्यू से चलेंगी। बसें सुबह नौ बजे से चलनी शुरू होंगी और अशोक रोड व अकबर रोड होते हुए संसद जाएंगी। एमपी स्पेशल बस सेवा के लिए डिप्टी सीजीएम ट्रैफिक को नोडल आॅफिसर बनाया गया है। इसके साथ ही परिवहन मंत्री ने सांसदों से कार-पूल करके सहयोग करने की अपील भी की है।

गोपाल राय ने एक अन्य ट्वीट में दावा किया कि चुनौतियों के बावजूद पिछली बार से ज्यादा लोगों ने इस बार सम-विषम का पालन किया। राय ने कहा कि जनवरी के सम-विषम के पहले दस जहां 6768 चालान कटे, अप्रैल के सम-विषम के पहले दस दिन में 5814 चलान कटे हैं। परिवहन मंत्री ने कहा कि भीषण गर्मी, स्कूल खुले होने और विपक्ष की साजिश के बावजूद दिल्लीवासी सम-विषम को पसंद कर रहे हैं और सरकार को उनका समर्थन मिल रहा है। उन्होंने दावा किया कि प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में अड़चन डालने वालों को जवाब देते हुए दिल्ली की जनता ने सारी दुनिया को अपनी जागरूकता का परिचय दिया है।

गौरतलब है कि परिवहन मंत्री ने दो दिन पहले ही सम-विषम के सुस्त पड़ने की बात कही थी और इसके लिए गर्मी, स्कूलों का खुला होना और विपक्ष के षड्यंत्र को जिम्मेदार माना था। सम-विषम पार्ट-2 यातायात जाम के कारण भी आलोचना का शिकार रहा है जिसके मद्देनजर हाल ही में सरकार ने लोक निर्माण विभाग, दिल्ली मेट्रो और जल बोर्ड से निर्माण कार्यों के समय में बदलाव की बात कही थी। राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण कम करने के मकसद से सम-विषम योजना का दूसरा चरण 15 अप्रैल से शुरू हुआ था और यह 30 अप्रैल तक चलेगा।

जनता बताएगी, योजना पास हुई या फेल

भाजपा सांसद विजय गोयल ने घोषणा की है कि लोक अभियान के 400 कार्यकर्ता 14 जिलों में सोमवार से सर्वे करेंगे और यह पता लगाएंगे कि सम-विषम योजना पास हुई या फेल। कार्यकर्ताओं को सर्वे फार्म दिया जाएगा, जिसे वह पर्यावरण की प्रतीक ग्रीन टी-शर्ट पहनकर दिल्ली के व्यस्त चौराहों पर लोगों से भरवाएंगे ताकि सम-विषम से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर उनकी राय ली जा सके।
गोयल ने कहा कि इस सर्वे फार्म में जो सवाल होंगे, उनमें प्रमुख हैं कि क्या सम-विषम फेज-2 से दिल्ली के प्रदूषण में कमी आई है? क्या इससे ट्रैफिक जाम कम हुआ है? क्या आपको आॅटो, टैक्सी वालों ने लूटा है? क्या सरकार का प्रचार में करोड़ों रुपए बर्बाद करना जायज था? क्या सम-विषम से आपकी परेशानियां बढ़ी हैं या कम हुई हैं? आपके पास कौन-सा वाहन है? आपके पास दो कारें हैं या एक कार है? क्या सरकार ने इस .योजना को लागू करने से पहले पूरी तैयारी की थी? क्या आपने हाल ही में कोई नई गाड़ी खरीदी है? यह योजना फेल है या पास और अंत में क्या आप इस स्कीम को दोबारा चाहते हैं या नहीं? गोयल ने कहा कि सभी सवालों के जवाब हां और नहीं में दिए जाएंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों से राय ली जा सके। उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश होगी कि इस योजना के खत्म होने से पहले ही लोगों की राय जान ली जाए।