दिल्ली में व्यावसायिक जगहों पर काम करने वाले लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार इन जगहों पर मोहल्ला क्लीनिक बनाने की योजना बना रही है। सरकार का इस साल के अंत तक 1,000 मोहल्ला क्लीनिक बनाने का लक्ष्य है और अब तक उनमें से 105 स्वास्थ्य सुविधाएं राष्ट्रीय राजधानी के अलग-अलग इलाकों में खोली जा चुकी है। दिल्ली सरकार ने नेहरू प्लेस, भीकाजी कामा प्लेस और सुभाष प्लेस जैसी व्यावसायिक जगहों पर काम करने वाले मेहनतकश लोगों को उनके कार्यस्थल के आसपास ही स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए यह योजना बनाई है। इसके साथ ही सरकार ने ऐसे 300 स्कूलों की पहचान की है जहां अध्ययन स्थलों के आसपास के छात्रों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए इस तरह के क्लीनिक स्थापित किए जाएंगे।
उधर स्वराज अभियान के संस्थापक सदस्य प्रशांत भूषण ने मोहल्ला क्लीनिक को एक दिखावा बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोहल्ला क्लीनिक में डॉक्टरों की भर्ती के लिए कोई मानक प्रक्रिया नहीं अपनाई जा रही है। सरकार ने इनमें फर्जी डॉक्टर बिठा दिए हैं जिन्हें 30 रुपए प्रति मरीज कमीशन दिया जा रहा है। भूषण ने आरोप लगाया कि जांच के काम को भी निजी प्रयोगशालाओं को दे दिया गया है।