Delhi Assembly Sessions: दिल्ली विधानसभा का सत्र चल रहा है। सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत उपराज्यपाल वीके सक्सेना के अभिभाषण से हुई। विधानसभा में आज उपराज्यपाल के अभिभाषण के दौरान आम आदमी पार्टी के विधायक और नेता प्रतिपक्ष हंगामा करने लगे। इसपर हंगामा करने वाले आप विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष ने सदन से निलंबित करते हुए बाहर कर दिया। वहीं उपराज्यपाल ने अपने अभिभाषण के दौरान एलपीजी सिलेंडर, यमुना की सफाई, बुजुर्गों को फ्री इलाज समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर बात की।
अपने अभिभाषण के दौरान उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि मेरी सरकार प्रदेश के लोगों की बढ़ती उम्मीदों और आकांक्षाओं के प्रति पूरी तरह जागरूक है। मेरी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन, महिला सशक्तिकरण, गरीबों का कल्याण, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, अच्छी शिक्षा मॉडल, विश्वस्तरीय सड़कें, स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त दिल्ली, स्वच्छ यमुना, स्वच्छ जल और अनधिकृत कॉलोनियों का नियमितीकरण समेत 10 क्षेत्रों पर विशेष रूप से ध्यान देने वाली है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी को लेकर उपराज्यपाल ने कहा कि पीएम मोदी का मंत्र है कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास और सबका सम्मान की तरफ मेरी सरकार काम करेगी।
दिल्ली के उपराज्यपाल के अभिभाषण से जुड़ी प्रमुख बातें…
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने विधानसभा में अपने अभिभाषण के दौरान कहा कि मैं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की आठवीं विधानसभा के प्रथम सत्र में आपका स्वागत करता हूं। आठवीं विधानसभा के इस उद्घाटन सत्र में, चुनावों के सफल एवं शांतिपूर्ण आयोजन के लिए, मेरी सरकार दिल्ली के सम्मानित मतदाताओं और सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ-साथ, प्रशासनिक मशीनरी के प्रयासों की भी सराहना करती है। विधानसभा के लिए निर्वाचित सभी सदस्यों को मेरी बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं। विशेष रूप से उन 32 सदस्यों को, जो इस प्रतिष्ठित सदन में पहली बार निर्वाचित हुए है। निर्वाचित पांच महिला सदस्यों का भी विशेष स्वागत है। मुझे विश्वास है कि आपके योगदान का निश्चित रूप से, दिल्ली की महिलाओं के जीवन पर, सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
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अपने अभिभाषण के दौरान एलजी ने कहा, ”मैं मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों को भी नई सरकार के गठन की शुभकामनाएं देता हूं। इस ऐतिहासिक भवन में स्थित इस सदन का हिस्सा होना, अपने आप में ही गर्व का विषय है। यह ऐतिहासिक एवं भव्य इमारत 1912 से 1926 तक यानी कि तत्कालीन भारत की संसद हुआ करती थी। आज जिस आसन पर अध्यक्ष बैठे हैं। उस पर कभी महान स्वतंत्रता सेनानी ‘विठ्ठलभाई पटेल’ आसीन हुआ करते थे। इसी ऐतिहासिक इमारत में ‘रौलेट एक्ट’ पास हुआ और स्वतन्त्रता संग्राम की अनेक गाथाएं लिखी गईं।’
सशक्त नारी और गरीब कल्याण समेत कई मुख्य मुद्दे
उपराज्यपाल ने आगे कहा कि विशाल जनादेश द्वारा दिल्ली की जनता ने मेरी सरकार और उसके संकल्प पत्र में समाहित नीतियों पर विश्वास व्यक्त किया है। मेरी सरकार को प्राप्त यह जनादेश, दिल्ली वासियों की आकांक्षाओं का सकारात्मक प्रतीक है और उनकी, अब तक अनदेखी और उपेक्षित आशाओं और अपेक्षाओं को प्रतिबिंबित करता है। मेरी सरकार, विनम्रता पूर्वक इस जनादेश को स्वीकार करते हुए, अपने आप को महात्मा गांधी के सर्वोदय, पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय और बाबा साहेब के समता के सिद्धांतों के प्रति, प्रतिबद्ध करती है।
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एलजी ने अपने भाषण में आगे कहा कि मेरी सरकार लोगों की बढ़ती उम्मीदों और आकांक्षाओं के प्रति पूरी तरह सचेत है। आगामी 5 वर्षों में मेरी सरकार सामान्य नागरिकों से सम्बंधित 5 बुनियादी जरूरतों समेत भ्रष्टाचार मुक्त कुशल प्रशासन, सशक्त नारी, गरीब कल्याण, स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार, उत्कृष्ट शिक्षा व्यवस्था, विश्व स्तरीय सड़क परिवहन, स्वच्छ एवं प्रदूषण मुक्त दिल्ली, यमुना नदी का पुनरुद्धार, स्वच्छ जल, अनधिकृत कॉलोनियों का नियमितीकरण एवं किफायती आवास समेत 10 प्रमुख क्षेत्रों पर मुख्य रूप से ध्यान देने वाली है।
आगे एलजी ने कहा कि मेरी सरकार ‘विकसित दिल्ली’ संकल्प-पत्र को, नीतिगत दस्तावेज के रूप में, अंगीकार करेगी, और आमजन से किये गये वादों को पूरा करने के साथ ही, उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने की दिशा में आगे बढ़ेगी। यह नीतिगत दस्तावेज, वर्तमान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। इस सम्बन्ध में, सभी विभागाध्यक्षों को, 100 दिवसीय कार्य योजना बनाकर, विकास की रूपरेखा बनाने के निर्देश दिये गये हैं।