दिल्ली महिला आयोग ने छात्रावास में लड़कियों को रहने की सुविधा मुहैया न कराने को लेकर हिंदू कॉलेज की प्राचार्य अंजु श्रीवास्तव को नोटिस जारी किया है। आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आयोग को नवनिर्मित 200 सीटों वाले छात्रावास में लड़कियों के लिए भेदभावपूर्ण नियम और ऊंची फीस के बाबत कॉलेज के छात्रों की तरफ से एक ज्ञापन मिला है।

अधिकारी ने बताया, ज्ञापन में कहा गया है कि छात्रावास का निर्माण हो जाने के बावजूद कॉलेज छात्रावास में लड़कियों को रहने की सुविधा नहीं मुहैया करा रहा। एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा गया है कि छात्राओं के खिलाफ कॉलेज के भेदभावपूर्ण बर्ताव और नियमों के विरोध में छात्रों की ओर से किए गए प्रदर्शन के कारण छात्रावास मुहैया नहीं कराने का फैसला किया गया है। प्रधानाचार्य को 48 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा गया है। हालांकि कॉलेज की प्राचार्य अंजू श्रीवास्तव ने मंगलवार (3 मई) को ही साफ कर दिया था कि संचालक मंडल (जीबी) से इस पर चर्चा हो चुकी है और छात्राओं के मुद्दे का समाधान करने का फैसला किया गया है।

उन्होंने कहा कि मामले पर फिर से विचार करने का फैसला किया है और एक कमेटी बनाई गई है जिसमें छात्राओं के प्रतिनिधि और शिक्षण और गैर शिक्षण कर्मचारियों के सदस्य भी होंगे। कालेज प्रशासन कह चुका है कि शुल्क और छात्रावास नियम सहित नई योजना पर सहमति बनती है तो कॉलेज इस शैक्षिक सत्र से भी दाखिला दे सकता है।