प्रख्यात कवि-आलोचक और कला मर्मज्ञअशोक वाजपेयी ने हैदराबाद विश्वविद्यालय के दलित छात्र रोहित की आत्महत्या के बाद संस्थान के प्रशासन के रवैये के प्रति विरोध दर्ज कराते हुए विश्वविद्यालय की ओर से प्रदान की गई डी लिट की उपाधि को वापस करने का फैसला किया है।
वाजपेयी ने मंगलवार को कहा, दलित छात्र रोहित वेमुला दलित-विरोध और मतभेदों के प्रति दिखाई गई असहिष्णुता के चलते आत्महत्या करने को मजबूर हुआ, जो एक लेखक बनना चाहता था। मैंने विश्वविद्यालय के अधिकारियों के रवैए के विरोध में यह सम्मान वापस करने का फैसला किया है जो संभवतया राजनीतिक दबाव में काम कर रहे थे।
ललित कला अकादमी के पूर्व अध्यक्ष वाजपेयी को कुछ साल पहले हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय ने डी लिट की मानद उपाधि प्रदान की थी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने मानवीय गरिमा और ज्ञान के खिलाफ कार्रवाई की है।
लेखकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा की विभिन्न घटनाओं के खिलाफ नहीं बोलने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए वाजपेयी उन शुरुआती लेखकों में शामिल थे जिन्होंने अपना साहित्य अकादमी पुरस्कार सरकार को लौटा दिया था।