राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक दलित पिता पुत्र को कथित तौर पर पीटने और जबरन पेशाब पिलाने का मामला सामने आया है। पुलिस के अनुसार बाप-बेटे को जातिवादी गालियां भी दी गईं। पुलिस को शक है इस हमले के पीछे पुरानी रंजिश भी हो सकती है। फिलहाल घायलों का इलाज बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज में कराया जा रहा है। पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार बीजराड़ के गोहड़ का तला गांव में रायचंद अपने बेटे रमेश के साथ, किराने की दुकान से सामान खरीद रहे थे। उसी वक्त करीब 15 की संख्या में लोग आए और उन पर धावा बोल दिया। आरोप है कि हमला करने वाले लोगों ने बाप बेटे को पेशाब पीने पर भी मजबूर किया गया।
शिकायत के अनुसार हमलावर अपने साथ लाठी-डंडे लेकर आए थे। रायचंद के सिर में चोट आई है तो वहीं एक दांत भी टूट गया है। उधर रमेश का पैर टूट गया है साथ ही सिर पर भी कुछ चोटें आई हैं। पिता-पुत्र की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामले में मुख्य संदिग्ध खेत सिंह समेत 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस को शक है कि यह पुरानी रंजिश का मामला है।
पुलिस के मुताबिक फिलहाल आरोपी फरार हैं, मामले की जांच की जा रही है। पीड़ितों ने अपनी शिकायत में जातिसूचक शब्द और पेशाब पीने की बात की है।
उत्तर प्रदेश में भी हुई थी ऐसी घटना: दलित उत्पीड़न का ऐसा ही एक मामला साल 2018 में उत्तर प्रदेश के बदायूं में भी देखने का मिला था। जहां एक युवक द्वारा फसल काटे जाने से इनकार करने के बाद एक समूह द्वारा युवक पर हमला किया गया। बाद में उसको पेशाब पिलाई गई थी। पीड़ित ने आरोप लगाया था कि उसे पेड़ से बांधकर उसकी मूछ काट दी गई थी।
राजस्थान में भी दलितों के साथ अभद्रता का यह पहला मामला नहीं है। पिछले दिनों भीलवाड़ा में ऐसी ही एक घटना सामने आई थी। जब एक दलित युवक की पेड़ से बांधकर बेरहमी से पिटाई की गई थी। इस मामले को लेकर विपक्ष ने गहलोत सरकार पर भी निशाना साधा था।

