महाराष्ट्र में 2.5 साल पहले बनाए गए गठबंधन महा विकास अघाड़ी में क्या दरार पड़नी शुरू हो गई है? ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मिलिंद देवड़ा ने मुंबई में आगामी निकाय चुनावों पर कड़ा रुख अपनाया है। देवड़ा ने महा विकास अघाड़ी गठबंधन की सहयोगी शिवसेना पर चुनाव में लाभ लेने के लिए वार्डों को फिर से तैयार करने का आरोप लगाते हुए कहा, पार्टी ने गठबंधन का धर्म बनाए नहीं रखा उन्होंने संकेत दिया कि पार्टी ने गठबंधन धर्म को बनाए नहीं रखा है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस अपने हितों की देखभाल नहीं करती है तो वह बाहर निकलने के लिए तैयार हैं।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता देवड़ा ने एनडीटीवी को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा, “अगर कांग्रेस अपने अधिकारों के लिए लड़ रही है तो एमवीए के लिए जोखिम है, हम जोखिम लेने के लिए तैयार हैं। अगर किसी ने गठबंधन धर्म का उल्लंघन किया है, तो कांग्रेस बाहर निकलने के लिए तैयार है।” देवड़ा पहले भी शिवसेना के आलोचक रहे हैं, जब कांग्रेस सत्तारूढ़ गठबंधन में सत्ता साझा कर रही थी। देवड़ा ने राज्य के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके उप देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखा है, जिसमें शिवसेना पर वार्डों को घेरने का आरोप लगाया गया है।

बीएमसी देश का सबसे धनी निकाय
शिवसेना के वर्चस्व वाला बृहन्मुंबई निगम देश का सबसे धनी निकाय है। हाल ही में गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए देवड़ा ने कहा, “अभी बीएमसी में कोई जवाबदेही नहीं है और लोकतांत्रिक चुनावों की जरूरत है। शिवसेना के हितों के अनुरूप वार्डों का पुनर्निर्धारण किया गया है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले भी इसका विरोध कर चुकी है। राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने के शिवसेना के अचानक फैसले के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। फिर बोला इस पर शायद संजय राउत कुछ बोल सकते हैं।

शरद पवार ने किया उद्धव का समर्थन
कांग्रेस और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने शिवसेना में हालिया उथल-पुथल पर उद्धव ठाकरे का समर्थन किया है जो एमवीए सरकार को गिराने के साथ समाप्त हुआ। दोनों सहयोगी दलों ने तो यहां तक कह दिया था कि बागियों का नेतृत्व कर रहे एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया जाए. ऐसी खबरें थीं कि कांग्रेस ने सरकार छोड़ने और शिवसेना और राकांपा को बाहर से समर्थन देने की पेशकश की थी।

महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख ने भी लगाए थे MVA सरकार पर आरोप
दरअसल गठबंधन सरकार में होने के बावजूद कांग्रेस पार्टी स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ना चाहती है। महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राज्य में पार्टी के भविष्य के लिए एक बेहतर भविष्य प्लान प्रस्तावित किया है। महा विकास अघाड़ी का गठबंधन होने के बावजूद राज्य में पार्टी स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ेंगीं। कांग्रेस पार्टी का ये बयान ऐसे मौके पर आया है जब महा विकास अघाड़ी में दरार की खबरें आने लगी थीं। पटोले ने बीते दिनों आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र सरकार उनका फोन टेप करवा रही है।