दिल्ली में कोरोना के मामलों में भले ही वृद्धि हो रही है, लेकिन राज्य सरकार की ओर से जो आंकड़े सामने आ रहे हैं, वो राहत देने वाली है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेन्द्र जैन ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना से मरने वाले लोगों में 75 प्रतिशत ऐसे लोग हैं, जिनका वैक्सीनेशन नहीं हो रखा है।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में 9 जनवरी से लेकर 12 जनवरी तक कोरोना से मरने वाले 97 लोगों में से 70 लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ था, जबकि 19 ने पहला डोज ले रखा था और आठ लोग पूरी तरह से वैक्सीनेटेड थे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- “कोरोना के कारण मरने वाले लगभग 75 प्रतिशत लोगों ने टीके की एक भी खुराक नहीं ली थी। टीकाकरण करवाना जरूरी है”।

सतेन्द्र जैन ने आगे कहा कि दिल्ली में शुक्रवार को 25,000 से कम कोरोना के नए मामले दर्ज होने की उम्मीद है। वहीं 13,000 से अधिक बेड अस्पतालों में खाली पड़े हैं। उन्होंने कहा कि मामले बढ़ रहे हैं लेकिन अस्पताल में दाखिले की दर उस अनुपात में नहीं बढ़ी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही मामले कम होने लगेंगे। वर्तमान में, दिल्ली में 94,160 सक्रिय कोविड मामले हैं। जिनमें से 62,324 होम आइसोलेशन में हैं और, 2,369 कोविड मरीज दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती हैं। इनमें से 98 वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं।

इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या और मृत्यु दर दोनों कम है। लोगों से जिम्मेदार होने का आग्रह करते हुए, दिल्ली के सीएम ने उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार ने सभी तैयारियां की हैं और अस्पताल में पर्याप्त बेड खाली हैं।

गुरुवार को, दिल्ली में 28,867 नए कोराना के मामले सामने आए थे। वहीं 31 मौतें दर्ज की गई हैं। जबकि पॉजिटिविटी दर 29.21 प्रतिशत तक पहुंच गई। महामारी की शुरुआत के बाद से, दिल्ली ने 16.46 लाख से अधिक मामले दर्ज किए हैं। जबकि 25,000 से अधिक लोगों की मौत कोरोना के कारण हुई है।