दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने सोमवार ( 29 जुलाई) को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से अनुरोध किया कि ‘सिग्नेचर ब्रिज’ का नाम पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के नाम पर रखा जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि यह पुल दीक्षित का शहर को तोहफा है। दिल्ली की 1998 से 2013 तक लगातार तीन बार मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित का 20 जुलाई (शनिवार) को निधन हो गया था। वह 81 साल की थीं। उनका निधन दिल्ली के फोर्टिस एस्कार्ट्स अस्पताल में हुआ था।

केजरीवाल को लिखा पत्रः दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता जितेंद्र कोचर ने सीएम अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर कहा है कि मुख्यमंत्री के तौर पर शीला दीक्षित के 15 साल के कार्यकाल में राष्ट्रीय राजधानी में विकास के जो कार्य शुरू किए गए, वे शहर और समूचे देश के इतिहास में मिसाल हैं।

ब्रिज का नाम पूर्व मुख्यमंत्री के नाम पर रखने का किया अनुरोधः प्रदेश के प्रवक्ता जितेंद्र कोचर द्वारा लिखे पत्र में कहा गया है कि शीला दीक्षित ने ‘सिग्नेचर ब्रिज’ के रूप में शहर को बड़ा तोहफा दिया है। इस पुल का निर्माण उनके कार्यकाल में शुरू हुआ था। इसे बनाने में बहुत वक्त लगा है जो अब पूरा हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि पुल का नाम पूर्व मुख्यमंत्री के नाम पर रख दें।’’

शीला दीक्षित ने बनवाए थे कई फ्लाईओवर: शीला दीक्षित ने दिल्ली में कई फ्लाईओवर का निर्माण कराया। उन्होंने पूरी दिल्ली में फ्लाईओवर का जाल बिछा दिया, जिसका लाभ न केवल दिल्ली को बल्कि पूरे देश को मिल रहा है।बता दें साल  2014 में उन्हें केरल का राज्यपाल बनाया गया था हालांकि अगस्त 2014 में इस पद से उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। साल 2019 के आम चुनावों के वक्त शीला दीक्षित दिल्ली की प्रदेश अध्यक्ष रहीं। उन्होंने उत्तर-पूर्व दिल्ली से लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।