MP Congress: मध्य प्रदेश विधानसभा सत्र के पहले दिन किसानों को लहसुन की कीमत नहीं मिल पाने का मुद्दा कांग्रेस ने जोर शोर से उठाया। कांग्रेस नेता लहसुन की बोरियां लेकर पहुंचे और विधानसभा के गेट पर ही प्रदर्शन करने लगे।
कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी और पूर्व मंत्री सचिन यादव लहसुन की बोरियां लेकर यहां पहुंचे। कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा के गेट पर ही लहसुन नीचे गिरा दिया। इनकी मांग है कि किसानों को उनकी फसल के उचित दाम दिए जाएं। उन्होंने कहा कि लगातार लागत बढ़ती जा रही है। कांग्रेस विधायकों ने किसानों की आय दोगुनी करने की मुद्दे पर भी सरकार को घेरा और कहा कि आय दोगुनी करना तो दूर किसानों को लागत मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है।
कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि बीजेपी की सरकार किसान के पेट पर लात और छाती पर गोलियां मारना जानती है। जो लहसुन 10-15 हजार रुपए क्विंटल पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के जामने में बिकता था वो आज 50 पैसे प्रति किलो बिक रहा है।
उन्होंने कहा, “किसान फसलों को बच्चों की तरह पालता है और उसको पार्वती में फेंकना पड़ रहा है। किसानों को कचरे की तरह फेंकना पड़ रहा है। सदन के अंदर ध्यान आकर्षित करने जाओ तो पुलिस के डंडे के जोर पर किसानों की बात को रोकने की कोशिश की जाती है। हमारा आग्रह है कि पार्षद से लेकर सांसद तक तो आपने 50-50 करोड़ रुपए में खरीद लिए। आज ये किसान की फसलों के दाम दो। इनको भाव दो और किसान पर सदन के अंदर चर्चा करो।”
उन्होंने आगे कहा कि किस लागत के साथ किसान बोता है और कितनी मजदूरी लगती है, लेकिन किसान को राहत नहीं मिलती है। इसके खिलाफ हम ताकत से खड़े हैं और किसान के हित की बात पूरे प्रदेश के अंदर और सदन के अंदर करेंगे। कुणाल चौधरी काला पीपल से विधायक हैं। इनके क्षेत्र में लहसुन की फसल बड़े पैमाने पर होती है।
वहीं, सचिन यादव मध्य प्रदेश में कृषि मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने कहा, “हमारा आज का प्रदर्शन सरकार के उस वादे को याद दिलाने के लिए है, जिसमें शीर्ष नेतृत्व से लेकर प्रदेश नेतृत्व तक यह वादे कर रहे हैं कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी की जाएगी। अगर वाकई इन्होंने किसानों की आय दोगुनी की और इनकी योजनाएं किसान हितैषी हैं, तो क्या कारण है कि हमारे किसान साथियों को अपनी फसलों को नदियों और नालियों में फेंकना पड़ रहा है। किसान की आय दोगुनी होना तो दूर की बात है, फसल की लागत लगातार बढ़ती जा रही है।”
उन्होंने कहा कि यूरिया, पेट्रोल-डीजल, बीज हर चीज के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन किसान को उसकी उपज के दाम नहीं मिल पा रहे हैं। हमारे प्रदर्शन का उद्देश्य है कि सरकार तुरंत इस मामले में हस्तक्षेप करे और किसानों को राहत देने का काम करे।
