पंचायती राज चुनाव में हार के बाद राजस्थान में कांग्रेस ने शहरी स्थानीय निकाय (ULB) चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करते हुए भाजपा को पीछे छोड़ दिया। पार्टी 620 वार्ड जीत हासिल करने में कामयाब रही। रविवार को राज्य के 12 जिलों के 50 नगर निकायों में 1775 वार्डों के नतीजे घोषित किए गए। इसमें भाजपा ने कांग्रेस से कम 548 वार्ड में जीत हासिल की। चुनाव में भाजपा निर्दलीय उम्मीदवारों से भी पीछे रही जिन्होंने 595 सीटें जीतीं। इसी तरह बसपा के सात, भाकपा के दो, माकपा के दो, आरएलपी के एक उम्मीदवारों ने चुनाव में जीत हासिल की।
इससे पहले हाल में संपन्न हुए पंचायती राज चुनाव में भाजपा जिला परिषद में 12 जिला प्रमुख बनाने में सफल रही जबकि कांग्रेस सिर्फ पांच जिला प्रमुख बना पाई। शहरी स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस के अच्छे प्रदर्शन के बाद राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि नतीजों से पता चलता है कि शहरी मतदाताओं में भाजपा से ‘दूरी’ बढ़ रही है। पार्टी निर्दलीय उम्मीदवारों से भी पीछे रही।
उन्होंने कहा कि 50 ULB (43 नगर पालिका और 7 नगर परिषद) में कांग्रेस ने 17 में बहुमत से जीत हासिल की है। जहां तक निर्दलीयों का सवाल है उनमें अधिक कांग्रेस समर्थित हैं। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस 50 ULB में से 30 अधिक में बोर्ड बनाने में सफल होगी। चुनाव में निर्दलीयों के अधिक सीटें जीतने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सत्तारुढ़ पार्टी होने के नाते हर दूसरा उम्मीदवार पार्टी से टिकट मिलने की उम्मीद करता है। टिकट ना मिलने की स्थिति में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा।
इधर राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त पीएस मेहरा ने बताया कि अध्यक्ष पद के लिए सोमवार यानी आज लोक सूचना जारी होगी। नामांकन पत्र मंगलवार तीन बजे तक प्रस्तुत किए जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि नामांकन पत्रों की संवीक्षा की तिथि बुधवार को होगी जबकि गुरुवार को तीन बजे तक उम्मीदवारी वापस ली जा सकेगी।
उन्होंने बताया कि चुनाव चिन्हों का आवंटन 17 दिसंबर को नाम वापसी के समय समाप्ति के तुरंत बाद किया जाएगा। अध्यक्ष के लिए मतदान 20 दिसंबर को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक किया जाएगा, जबकि मतगणना मतदान पूरा होने के तुरन्त बाद होगी। उन्होंने बताया कि इसी तरह उपाध्यक्ष के लिए निर्वाचन 21 दिसंबर को होगा। (इनपुट सहित)
