उत्तराखंड पुलिस ने धराली में बादल फटने को लेकर की गई कुछ आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट्स को लेकर अब बड़ा एक्शन लिया है। चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, पुलिस सब इंस्पेक्टर विक्की टम्टे ने इस बारे में जानकारी दी है।

धराली तबाही को लेकर क्या विवाद हुआ?

पुलिस अधिकारी के मुताबिक जिन चार आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है, उनमें से एक ने धराली में आई बाढ़ और उसके बाद की दो तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर किया था। उस शख्स ने धराली में आई बाढ़ को प्रकृति का बुलडोजर बता दिया था।

धराली त्रासदी को धार्मिक एंगल किसने दिया?

उस एक पोस्ट को काफी असंवेदनशील माना गया और उस पर कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी। इसी कड़ी में कुछ लोगों ने ऐसे रिएक्शन दिए जिन्हें भड़काऊ माना गया। असल में एक शख्स ने उस विवादित पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिख दिया था कि मस्जिदों-मजारों और मदरसों को तोड़ना बंद करो। दूसरे शख्स ने इस पोस्ट पर लिखा कि यह तो वही जगह है जहां मुसलमानों के घर तोड़े जाते हैं।

उत्तराखंड पुलिस ने विवाद पर क्या बोला?

अब पुलिस ने उन बयानों को ना सिर्फ भड़काऊ माना बल्कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला भी बता दिया। उत्तराखंड पुलिस ने जोर देकर बोला है कि धराली त्रासदी पर इस प्रकार की बयानबाजी को सहन नहीं किया जा सकता। यह भी स्पष्ट रूप से बता दिया गया है कि सोशल मीडिया पर बिना वेरिफाई करें धारली को लेकर कोई भी दावे नहीं करने हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

कैसे मची धराली में तबाही?

धराली हादसे की बात करें तो कुछ दिन पहले बादल फटने की वजह से भारी तबाही देखने को मिली थी। कई लोग अभी भी लापता हैं, ‘ऑपरेशन जिंदगी’ जारी है, लोगों को बचाने की कोशिश हो रही है। सेना से लेकर एनडीआरएफ तक, केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक सभी पूरी तरह सक्रिय हैं। खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी पीड़ितों से मुलाकात की है, राहत कार्य की समीक्षा की है।

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