भारत में कोरोना बहुत तेजी से पैर पसार रहा है। कई राजों में हालात बदतर हो गए हैं। अस्पतालों में न तो बिस्तर है ना ही दवा और ऑक्सिजन। गोवा का हाल भी कुछ ऐसा ही है। यहां के एक मेडिकल कॉलेज में मरीजों को जमीन पर लिटाकर उनका इलाज़ किया जा रहा है। इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है।
‘एबीपी न्यूज़’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक गोवा मेडिकल कॉलेज में कई मरीजों की हालत खराब है और उन्हें जमीन पर लिटा कर ऑक्सिजन दिया जा रहा है। यह वही अस्पताल है, जहां ऑक्सीजन की कमी के कारण अभी तक कुल 83 मरीजों की जान जा चुकी है। इसके बाद भी मेडिकल कॉलेज के हालात अभी तक नहीं सुधरे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि मरीज जमीन पर लेते हुए हैं और उन्हें ऐसे ही ऑक्सिजन दिया जा रहा है।
गोवा मेडिकल कॉलेज अस्पताल और उसका स्टोर भी कोविड -19 रोगियों से भरा हुआ था। मरीजों का आरोप लगाया कि जिन मरीजों की मौत हुई उनमें से अधिकांश की मौत ऑक्सीजन न मिलने के कारण हुई, वहीं कई ऐसे मरीज थे जिनको ऑक्सीजन सही मात्रा में सप्लाई नहीं हुई जिसके चलते उनकी जान गई। दूसरी तरह गोवा की सावंत सरकार राज्य में हालत दुरुस्त होने का दावा कर रही है।
बता दें गोवा की कोविड पॉजिटिविटी रेट दर 51% है। पिछले 24 घंटे में 58 कोविड मरीजों की मौत हुई, जिसमें से 33 की मौत जीएमसी में ही हुई। कोरोना की दूसरी लहर में गोवा में अभी तक 2000 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं।
बॉम्बे हाई कोर्ट की गोवा बेंच ने राज्य सरकार को बेकाबू हो रहे हालात को लेकर कड़ी फटकार लगाई है। हाईकोर्ट ने सख्त लहजे में सरकार से पूछा कि आखिर आपसे कोरोना के मामले नियंत्रित क्यों नहीं हो पा रहे हैं। क्या आप इसे नियंत्रित करने में सक्षम नहीं हैं। हालांकि हाईकोर्ट की फटकार के बाद राज्य सरकार ने 23,000 लीटर लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट की शुरुआत की है।