बीजेपी नेता और पूर्व सांसद बृज भूषण शरण सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से 21 जुलाई को मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच ये मुलाकात करीब 55 मिनट तक चली। बृज भूषण सिंह के अनुसार उन्होंने 31 महीने बाद योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। वहीं 22 जुलाई को बृजभूषण शरण सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि क्यों वह नाराज चल रहे थे?
क्यों नाराज थे बृज भूषण?
एक निजी समाचार चैनल से बात करते हुए बृज भूषण शरण सिंह ने कहा कि मैंने 29 दिसंबर 2022 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर मुलाकात की थी। उन्होंने कहा, “मैंने नंदिनी नगर में एक कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री जी का समय मांगा था। इसके बाद 6 तारीख को मेरे पास एक बड़े अधिकारी का फोन आता है और कहते हैं कि मुख्यमंत्री जी कार्यक्रम में आ नहीं पाएंगे। मुझे यह बात अच्छी नहीं लगी और मैंने उसी अधिकारी से कहा था कि अब जब मुख्यमंत्री जी मुझे खुद बुलाएंगे, तभी मैं मिलने आऊंगा। उसके बाद अब मुख्यमंत्री जी ने मुझे बुलाया और फिर मैं गया।”
जनवरी 2023 मेरे जीवन का टर्निंग पॉइंट- बृज भूषण सिंह
बृज भूषण सिंह ने कहा जनवरी 2023 मेरे जीवन का टर्निंग पॉइंट था। उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर आरोप लगा था और मैंने तय कर लिया था कि इस मुसीबत से मुझे खुद ही निकालना है। उसके बाद मैंने मुख्यमंत्री जी से मिलने का प्रयास भी नहीं किया।
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बृज भूषण सिंह ने कहा कि मेरे बेटे, मेरे नाती उनसे मिलते थे और उन्हीं के जरिए योगी जी मेरा हाल-चाल भी लेते रहते थे। लेकिन मेरे और उनके बीच में कोई मुलाकात नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अब जब मुख्यमंत्री जी ने मुझे बुलाया तो मैं गया और बातचीत हुई। बृज भूषण सिंह ने कहा कि इस पूरी मुलाकात के दौरान राजनीतिक रूप से कोई चर्चा नहीं हुई बल्कि एक दूसरे का हाल-चाल लिया गया। बृज भूषण ने यह भी कहा कि हम दोनों ने काफी लंबे समय बाद मुलाकात की थी, ऐसे में एक दूसरे के गिले शिकवे भी शेयर किए।
बृज भूषण ने कहा कि योगी आदित्यनाथ और गोरखनाथ मठ से मेरा रिश्ता 56 साल पुराना है। उन्होंने कहा कि योगी जी से मुलाकात के दौरान पुराने संबंधों को लेकर बातचीत हुई। इस मुलाकात के दौरान कुछ भी राजनीतिक बातें नहीं हुई।
