दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राजधानी की सड़कों पर घूमते आवारा पशुओं की समस्या को लेकर सख्त रुख अपनाया है। शनिवार को जब उनका काफिला शहर के एक व्यस्त इलाके से गुजर रहा था, तभी उन्होंने देखा कि एक कार चालक सड़क पर गायों को चारा खिला रहा है। यह दृश्य देखकर मुख्यमंत्री ने तुरंत अपना काफिला रुकवाया और स्वयं कार चालक के पास पहुंचीं। उन्होंने शांत, किंतु दृढ़ स्वर में उस नागरिक से अपील की कि वह सड़क पर चारा देने के बजाय नजदीकी गौशाला में जाकर पशुओं को भोजन दें, ताकि सड़कों पर जानवरों की भीड़ न बढ़े और संभावित दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
आवारा पशु बन रहे हैं यातायात व्यवस्था के लिए चुनौती
मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों को भी स्पष्ट निर्देश दिए कि सड़कों पर आवारा पशुओं की मौजूदगी के चलते हो रहे ट्रैफिक जाम और सड़क दुर्घटनाओं को हल्के में न लिया जाए। उन्होंने कहा कि यह न केवल यातायात व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि आम जनता की सुरक्षा के लिए भी एक गंभीर खतरा बनता जा रहा है।
रेखा गुप्ता ने यह भी दोहराया कि दिल्ली जैसे घनी आबादी वाले महानगर में हर नागरिक की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह पशुओं के प्रति सेवा-भाव दिखाते समय सार्वजनिक सुरक्षा का भी समुचित ध्यान रखें। उन्होंने स्पष्ट किया कि गौसेवा के लिए सड़कों के बजाय गौशालाएं अधिक उपयुक्त स्थान हैं, जहां गायों की समुचित देखभाल और सुरक्षित भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकती है।
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मुख्यमंत्री ने चिंता जताते हुए कहा कि अक्सर लोग सड़कों पर रोटियां या चारा डाल देते हैं, जिससे एक ही स्थान पर कई पशु एकत्र हो जाते हैं। इससे यातायात बाधित होता है और दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली जैसे व्यस्त और तेज़ रफ्तार महानगर में यह स्थिति बेहद खतरनाक हो सकती है।
सीएम रेखा गुप्ता ने आमजन से भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि यदि वे वास्तव में गायों की सेवा करना चाहते हैं, तो उन्हें गौशालाओं में जाकर यह कार्य करना चाहिए। वहां न सिर्फ गायों की देखभाल बेहतर ढंग से होती है, बल्कि इससे सड़कों की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था भी बनी रहती है। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि नगर निगम समय-समय पर अभियान चलाता है, लेकिन जब तक आम नागरिक स्वयं इस विषय को गंभीरता से नहीं लेंगे, तब तक इस समस्या से पूरी तरह छुटकारा पाना संभव नहीं होगा।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि गौशालाओं की संख्या में वृद्धि की जाए और उन्हें बेहतर सुविधाओं से सुसज्जित किया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग वहां जाकर गौसेवा कर सकें और पशुओं को भी सुरक्षित वातावरण मिल सके। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की यह पहल केवल प्रशासनिक सक्रियता नहीं, बल्कि एक सामाजिक जिम्मेदारी का परिचायक है, जिसमें पशु कल्याण और नागरिक सुरक्षा – दोनों को समान रूप से प्राथमिकता दी जा रही है।