कांग्रेस कार्यकर्ता ही पार्टी की किरकिरी कराने कोई मौका नहीं छोड़ते। हिमाचल प्रदेश में भी कुछ ऐसा ही हुआ। जहां दो गुटों की जुबानी जंग के कारण कार्यकर्ताओं की भिडंत हो गई। यहां जमकर लात घूसे तक चल गए। इसमें एक पार्टी पदाधिकारी का सिर भी फूट गया। दरअसल, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और पार्टी के स्टेट प्रेसीडेंट सुखविंद्र सिंह के बीच कई दिनों से तनातनी है। कांग्रेस मुख्यालय में गुरुवार को नए कुलदीप सिंह राठौर की ताजपोशी होनी थी।

दैनिक भाष्कर की खबर के मुताबिक, कुलदीप सिंह राठौर को मिलने वाली नई जिम्मेदारी के लिए वीरभद्र सिंह और सुखविंद्र सिंह भी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे। इस दौरान दोनों ही वरिष्ठ नेताओं के समर्थ नारे बाजी करने लगे। देखते ही देखते नारेबाजी भिडंत में बदल गई। दोनों नेताओं के समर्थकों ने कुर्सियां चलानी शुरू कर दीं। हालांकि कई बार नेताओं ने मामला शांत कराने के विफल प्रयास किए।

पार्टी मुख्यालय पर हंगामा कर रहे कार्यकर्ताओं का मन इतने से भी नहीं भरा। उन्होंने जमकर एक दूसरे पर लात घूसे बरसाए। विवाद के बाद आक्रामक हुए कार्यकर्ताओं के न मानने पर पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, कौल सिंह ठाकुर, सुधीर शर्मा सहित अन्य नेता कार्यक्रम को बीच में ही छोड़कर बाहर चले गए। हालांकि इसके बाद भी मुख्यालय के भीतर नारेबाजी और लात घूसे चलते रहे। इस दौरान राजीव राणा नाम के शख्स का सिर फूट गया।

हालांकि कांग्रेस कार्यालय में लात घूसे चलने की खबर आग की तरह फैल गई। पार्टी की किरकिरी होती देख वीरभद्र सिंह मामले पर सफाई देने सामने आए। उन्होंने कहा, पार्टी मुख्यालय में शराबी और शरारती तत्व घुस गए थे, जिस कारण काफी देर विवाद की स्थिति बनी रही। कुछ ही देर में सब ठीक हो गया था। उन्होंने बताया कि नए अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने पदभार ग्रहण कर लिया है। वहीं इसी मामले पर  हिमाचल कांग्रेस के नए अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने संवाददाताओं से कहा, ‘कांग्रेस भवन में जो हुआ वह नहीं होना चाहिए था। जो लोग इसमें शामिल थे, उनकी पहचान करने के बाद उन पर उचित कार्रवाई की जाएगी।’

वहीं, मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। डिप्टी एसपी प्रमोद शुक्ला ने बताया कि, सुखबीर सिंह समर्थक राजीव राणा की शिकायत के आधार पर पर महेंद्र स्तान, विनोद जिंटा, दीपक, वेदप्रकाश व अन्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।