बिहार में अगले महीनों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। जिसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। राज्य का सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों तरह से सीटों को लेकर जोर आजमाइश जारी है। इसी बीच केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री ने सीट शेयरिंग को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा है कि हमारे लिए सीटों की संख्या मायने नहीं रखती बल्कि वो सीटें मायने रखती हैं जहां हम जीत सकते हैं।

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग ने कहा कि उनकी पार्टी ने जिस तरह से लोकसभा में प्रदर्शन की थी ठीक उसी प्रकार वो चाहते हैं कि विधानसभा में भी पार्टी का प्रदर्शन रहे। यानी की 100 परसेंट स्ट्राइक रेट। चिराग ने आगे कहा कि उनके लिए वो सीटें मायने रखती हैं जहां उनकी पार्टी जीत दर्ज कर सके। चाहें दो सीटें कम-ज्यादा हो। ये मायने नहीं रखती हैं। ये सभी बातें चिराग ने एक यूट्यूब चैनल से बात करते हुए कही है।

कुछ इस प्रकार हो सकती है सीट शेयरिंग

पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में चिराग की पार्टी लोजपा को पांच सीट लड़ने के लिए एनडीए ने दिया था, जिसमें से उनकी पार्टी को सभी पांचों सीट पर जीत मिली। जिसके बाद से ही चिराग के हौसले बुलंद हैं। इसी वजह से चिराग ये चाहते हैं कि उनको वही सीट मिले जहां से उनकी पार्टी को जीत मिले।

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बिहार चुनाव का ऐलान अभी भले ही नहीं हुआ हो लेकिन सीट शेयरिंग को लेकर बैठकें शुरू हो गई हैं। बीजेपी और जेडीयू के नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन में जल्द ही सीटों का बंटवारा हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बिहार की 243 सीटों में से जेडीयू के खाते में 102-103 सीटें, बीजेपी को 101-102 सीट, चिराग की पार्टी एलजेपी (रामविलास) को 25-28, जीतन राम मांझी की पार्टी हम को 6-7 सीट और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएम को 4-5 सीटें मिल सकती हैं।