दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को सरकारी दफ्तरों की टाइमिंग में बदलाव किया है। यह फैसला पर्यावरण विभाग के अफसरों के साथ एक समीक्षा बैठक के बाद लिया गया क्योंकि दिल्ली अभी भी खतरनाक वायु प्रदूषण से जूझ रही है।
नए शेड्यूल के अनुसार, दिल्ली सरकार के कार्यालय अब सुबह 9.30 बजे के बजाए 10 बजे से शुरू होंगे और शाम 6:30 बजे तक खुलेंगे जबकि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के दफ्तरों में सुबह 9 बजे के बजाए 8:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक काम होगा।
दिल्ली सरकार के अफसरों ने कहा है कि इसका मकसद व्यस्त समय के दौरान सड़क पर वाहनों के दबाव को कम करना है। यह नई व्यवस्था 15 फरवरी, 2026 तक लागू रहेगी।
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प्रदूषण से निपटने के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) भी कदम उठाने जा रहा है। पीडब्ल्यूडी अक्टूबर, 2025 से फरवरी, 2026 तक पांच महीने के लिए 58.8 करोड़ रुपये की लागत से 200 ट्रक-माउंटेड एंटी-स्मॉग गन किराए पर लेगा। दिल्ली में 91 सार्वजनिक और निजी इमारतों में पहले ही एंटी-स्मॉग गन लगा दी गई हैं। इसके अलावा सभी अंतरराज्यीय बस टर्मिनलों पर भी एंटी-स्मॉग गन लगाई जाएंगी।
सड़क-सफाई अभियान चला रही पीडब्ल्यूडी
पीडब्ल्यूडी ने सड़क-सफाई और रखरखाव अभियान भी शुरू किया है। इस अभियान में 200 रखरखाव वाहन शामिल हैं, जिनका काम सड़कों की सफाई करना, मलबा हटाना, गड्ढे भरना, पेड़ों की छंटाई करना आदि है।
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वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में
दिल्ली में शुक्रवार सुबह वायु की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के प्रति घंटा वायु-गुणवत्ता बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में एक्यूआई 311 दर्ज किया गया। राष्ट्रीय राजधानी के 38 निगरानी केंद्रों में से 26 केंद्रों ने वायु गुणवत्ता को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया। बवाना में एक्यूआई 366 दर्ज किया गया, इसके बाद जहांगीरपुरी में एक्यूआई 348 दर्ज किया गया। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई “अच्छा”, 51 से 100 के बीच “संतोषजनक”, 101 से 200 के बीच “मध्यम”, 201 से 300 के बीच “खराब”, 301 से 400 के बीच “बहुत खराब” और 401 से 500 के बीच “गंभीर” माना जाता है।
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