छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी सुरक्षा का रिव्यू करते हुए ये फैसला किया है कि राजधानी या पूरे प्रदेश में कही पर भी उनके दौरे के वक्त कारकेड के लिए किसी भी एंबुलेंस को न रोका जाए। ऐसी कोई भी घटना सामने आने पर जिला प्रशासन से जवाब तलब किया जाएगा। इसके साथ ही बघेल ने सुरक्षा दस्ते से पहरेज करते हुए कारकेड से 4 गाड़ियां भी कम करने के आदेश दिए हैं।
सामन्य सुरक्षा की कही बात
बता दें कि सोमवार को सीएम पद की शपथ लेने के बाद से सुरक्षा एजेंसियों ने भूपेश बघेल के लिए नई सुरक्षा कैटेगरी फाइनल नहीं की है। ऐसे में अभी उन्हें सीएम सुरक्षा के मुताबिक आवश्यक प्रोटेक्शन दिया गया है। जल्द ही प्रोटेक्शन रिव्यू ग्रुप बैठक कर सीएम के साथ नए मंत्रियों की सुरक्षा भी तय कर देगा। तब तक के लिए सीएम ने अपने लिए नॉर्मल सुरक्षा रखने के लिए कहा है।
कैसी थी रमन सिंह की सुरक्षा
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को राज्य के साथ सीआरपीएफ और एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडों की सुरक्षा प्राप्त थी। वहीं रमन के कारकेड में 13 गाड़ियों के साथ कुल दो दर्जन से अधिक जवान मौजूद रहते थे। नए सीएम ने फिलहाल इन सबसे दूरी बनाने का फैसला किया है।
कैसी होगी बघेल की सुरक्षा
जानकारी के मुताबिक नए प्रदेश मुखिया के दस्ते में सिर्फ 9 सुरक्षा गाड़ियां होंगी। यानि एनएसजी और सीआरपीएफ के वाहन नहीं होंगे। इसके साथ ही बघेल ने विभागों और संगठनों के नेताओं से भी कहा कि विज्ञापनों के आडंबर में भी कमी की जाए।
कैसा है सचिवालय
सीएम ने अपने सचिवालय के लिए नए अफसरों की नियुक्ति में छत्तीसगढ़िया टच दिया है। सीएम ने बिलासपुर में जन्में गौरव द्विवेदी को अपना सचिव, कुरुज में पले बढ़े टामन सिंह सोनवानी और बिलासपुर के तारण प्रकाश सिन्हा को संचालक जनसंपर्क बनाया है।