रायुपर में एक परिवार ने पुलिस में दी अपनी शिकायत में कहा है कि स्कूल में उनकी सात वर्षीय बच्ची का यौन शोषण किया गया है। मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज कर स्कूल के सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है। हालांकि खबर लिखे जाने तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। परिजनों का आरोप है कि बच्ची जब पहले दिन स्कूल से लौटी तो उसका अंडरवियर गायब था। प्राइवेट पार्ट्स के आसपास खून था।

मामले में पीड़ित बच्ची के पिता ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि बुधवार उसके स्कूल का पहला दिन था। वह स्कूल गई थी और हम उसे स्कूल में मिलना चाहते थे, लेकिन हमें मिलने नहीं दिया गया। कपड़े बदलने के बाद वह स्कूल से घर लौटी। पत्नी ने उसके प्राइवेट पार्ट्स पर खून देखा। उसने अंडरगार्मेंट्स भी नहीं पहे थे।

छत्तीसगढ़ के बाल अधिकार आयोग ने बच्ची और स्कूल की महिला कार्यकर्ता से बात की है। आयोग ने कहा है कि एक कमेटी का गठन किया जाएगा और मामले की बारीकी से जांच होगी। आयोग की अध्यक्ष प्रभा दुबे ने एजेंसी को बताया कि बच्ची ने बताया कि जिसे वह भैया कहती है उसी ने उसके साथ जघन्य अपराध किया। स्कूल के चपरासी का कहना है कि बच्ची को पेशाब कराने के बाद उसका अंडरवियर फेंक दिया था।

गौरतलब है कि बच्ची के साथ हुआ अपराध ऐसे समय में सामने आया है जब पूरे देश में कठुआ और उन्नाव में नाबालिग बच्ची से गैंगरेप का मामला सुर्खियों में बना हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में आज उस मुद्दे पर बातचीत होगी जिसमें नाबालिग बच्ची से रेप के दोषी को मौत की सजा का प्रावधान रखा जाए।