छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रमुख भूपेश बघेल ने सनसनीखेज दावा किया है। उन्होंने कहा है कि बीते मंगलवार (17 जुलाई, 2018) को अज्ञात नंबर से फोन कर एक शख्स ने खुद को माओवादी नेता बताते हुए कहा कि इस चुनाव में वह कांग्रेस का समर्थन करना चाहता है। पिछले चुनाव में उसने भाजपा का समर्थन किया था। बघेल ने मीडिया के माध्यम से बताया कि उन्होंने जिले के एसपी को फोन पर घटना के बारे में बताया है। फोन करने वाले शख्स ने खुद को गणपति बताया है। जब उससे पूछा गया कि कौन गणपति, तो वो बोला कि वह माओवादियों का महासचिव है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक कांग्रेस नेता ने बताया, ‘मुझे अज्ञात नंबर से फोन आया। दूसरी तरफ से शख्स ने बताया कि वह CPI-ML का महासचिव गणपति बोल रहा है। उसने कहा- पिछले समय हम बीजेपी का साथ दे रहे थे। इस समय हम आपका (कांग्रेस) साथ देना चाहते हैं। 37 सीटें हमारे प्रभाव में हैं।’ भूपेश बघेल ने बताया कि जब मैंने पूछा कि कैसे विश्वास कर लूं कि आप ही बोल रहे हैं? इसपर उसने कहा, ‘गणपति के नाम से कोई और फोन नहीं कर सकता। नहीं तो उसका मुंडी नहीं रहता। उसने मुझसे एक सप्ताह में मिलने के लिए भी कहा है। हालांकि मैंने बहाना बनाकर फोन काट दिया। मैंने तुरंत लिखित में भी एसपी को जानकारी दी है।’

टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक विवादित बातचीत की ऑडियो पुलिस को भी भेज दी गई है। भूपेश बघेल के अनुसार शुरू में उन्हें लगा कि वह माओवादी नहीं हो सकता लेकिन ट्रू कॉलर पर उसका नाम गणपति आ रहा था, जो कि हैदराबाद से फोन कर रहा था। पूरी मामले की बारीकी से जांच की मांग करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मुझे लगता है कि कुछ गड़बड़ है। ये एक राजनीतिक ट्रैप भी हो सकता है। चूंकि पिछले कुछ दिनों में कांग्रेस के नेता ऐसे फर्जी मामले में फंस चुके हैं। हालांकि डर भी है कि मुझे निशाना बनाने की यह कोशिश हो सकती है। इसके अलावा माओवादी के नाम पर यह प्रैंक भी हो सकता है। इस वजह से मैंने तुरंत दुर्ग के एसपी संजीव शुक्ला को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है।’

कांग्रेस नेता ने बताया कि उन्हें 8008197569 नंबर से फोन किया गया था। घटनाक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस प्रमुख ने पुलिस की सूचना दे दी है। हालांकि उन्होंने मामले में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गणपति की सूचना देने पर 15 लाख रुपए के इनाम की घोषणा कर रखी है।