छत्तीसगढ़ के चरौदा में आयोजित भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के एक कार्यक्रम को लेकर विवाद हो गया है। आरोप है कि महिला सम्मेलन में शामिल होने पहुंचीं महिलाओं को सघन तलाशी से गुजरना पड़ा और उनके अंडरगार्मेंट्स तक की जांच की गई। इस घटना के बारे में स्थानीय अखबार में छपी एक खबर की कतरन और कथित तलाशी से जुड़ी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने खबर और तस्वीरों को शेयर करके सत्ताधारी बीजेपी पर निशाना साधा। हालांकि, पूरे मामले पर राज्य सरकार या प्रशासन की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं आई है।

जांच से जुड़ी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं।

अखबार में छपी खबर के मुताबिक, कार्यक्रम स्थल तक कोई विरोध जताने के लिए काले कपड़े न ले जा सके, यह सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने विशेष ऐहतियात बरता। यहां तक कि जिन महिलाओं ने काले रंग के सूट, साड़ी या चुनरी आदि पहन रखे थे, उन्हें खासी परेशानी हुई। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि सुरक्षा के नाम पर महिलाओं के साथ अभद्रता की गई और उनके अंडरगार्मेंट्स तक चेक किए गए।

घटना के बारे में एक स्थानीय अखबार में रिपोर्ट छपी है।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस की नेता किरणमयी नायक ने कहा, ”अभी तक तो युवकों के मोजे और बेल्ट उतरवाए जा रहे थे। यह हरकत बेटियों के सबसे बड़े हिमायती होने का दावा करने वाली बीजेपी सरकार की मानसिकता घटिया स्तर को दर्शाती है।” कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘बेटी बढ़ाओ, बेटी पढ़ाओ’ की जगह ‘बेटियों को अब भाजपा वालों से बचाओ’ का नारा चल रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता-मंत्री रेपिस्ट को संरक्षण देते हैं। इनसे उम्मीद करना बेइमानी है। उधर, कांग्रेस के अलावा आप नेताओं ने भी भारतीय जनता पार्टी को निशाने पर लिया है। बता दें कि राज्य में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।