नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के बासगुडा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान ने अपने ही साथियों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इस घटना में चार साथी जवानों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य साथी घायल हो गया। सीआरपीएफ के डीआईजी सुंदर राज के मुताबिक यह घटना बासगुडा के 168वीं बटालियन में घटी। जिस जवान ने गोलीबारी की है उसकी पहचान संत राम के रूप में हुई है। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि उसने गोली क्यों चलाई थी?

कैंप में अचानक हुई फायरिंग से हड़कंप मच गया। गोलीबारी के तुरंत बाद आनन-फानन में मौके पर पहुंचे दूसरे जवानों ने संत राम को पकड़ लिया। बाद में संत राम को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। सीआरपीएफ ने मामले की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं। जिन चार जवानों की मौत हुई है, वे जम्मू-कश्मीर, आंध्र प्रदेश, गुजरात और राजस्थान के हैं।

मृत कर्मियों की पहचान सब-इंस्पेक्टर वीके शर्मा, मेघ सिंह, सहायक एसआई राजवीर सिंह और कांस्टेबल शंकर राव के रूप में हुई है।इस घटना में एएसआई गजानंद जख्मी हो गए। सीआरपीएफ अधिकारी के मुताबिक शवों और घायल एएसआई को छह बजे बसागुड से बीजापुर ले जाया गया। घायल और शव को रायपुर पहुंचाने के लिए एक एमआई 17 हेलीकॉप्टर भेजा गया। अधिकारियों के मुताबिक कुमार को शिविर में मौजूद अन्य सहर्किमयों ने तुरंत पकड़ लिया। इस घटना के पहले जवानों के बीच कथित तौर पर विवाद हुआ था। राज्य में नक्सल विरोधी अभियान को देखते हुए सीआरपीएफ की तैनाती की गयी है।