छत्तीसगढ़ राज्य के धमतरी जिले में बड़े सर्राफा कारोबारी की बेटी अंकिता लूनिया ने संन्यास लेने की घोषणा की है। अंकिता एमएससी आईटी की डिग्री हासिल कर चुकी हैं। महज 26 साल की अंकिता जैन धर्म की अनुयायी हैं। उनके संन्यास लेने की घोषणा से पूरे धमतरी के जैन समाज में उत्साह की लहर है। मंगलवार (19 जून) को उनके संन्यास लेने के लिए किया जाने वाला धार्मिक महोत्सव शुरू हो गया है। ये 23 जून तक चलेगा। धमतरी जिले में 48 सालों के बाद कोई लड़की जैन साध्वी बनने जा रही है। इससे पहले श्रीजी मसा, गुरुवर्या मंजुला श्रीजी मसा और श्री मनोज्ञा श्रीजी मसा ने जैन साध्वी बनने के लिए संन्यास की दीक्षा ली थी। जैन साध्वी बनने के बाद बेहद कठोर संयम और नियम का पालन करना पड़ता है। लेकिन अंकिता ने इसे सहर्ष स्वीकार करने का फैसला किया है।
अंकिता लूनिया ने बताया,” उनका पूरा परिवार जैन संतों पर भारी आस्था रखता है। साल 2013 में धमतरी में महेंद्र सागर मसा, मणिप्रभा सागर और श्रीजी मसा ने चातुर्मास किया था। चातुर्मास के दौरान संतों के प्रवचन सुनने के बाद उसका मन सांसारिक माया—मोह और बंधनों से उचटने लगा था। गुरु के जाने के बाद भी मेरे मन में गुरु के विचार बने रहे। इसी बीच मैंने एमएससी आईटी की पढ़ाई पूरी की। गुरुओं का चौमासा जिस भी क्षेत्र में होता था, हम उसी क्षेत्र में पहुंचकर उनका प्रवचन सुनते थे। इसके बाद मैंने महेंद्र सागर जी का दो साल का कोर्स भी किया है।” अब अंकिता कहती हैं कि मैं प्रत्यक्ष सुख की ओर जा रही हूं।
पिता चाहते थे बेटी शादी करे : अंकिता के परिजन हर मां-बाप की तरह बेटी की शादी करना चाहते थे। विवाह के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी। तीन साल पहले एक रिश्ता आया था, लेकिन अंकिता के इंकार के बाद बात आगे नहीं बढ़ सकी। बेटी की जिद के आगे मां—बाप ने हार मान ली और बेटी को संन्यास पथ पर आगे बढ़ने की इजाजत दे दी।