छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में रविवार को महिला नक्सली ने आत्मसमर्पण किया जो चार महीने की बच्ची की मां है। महिला नक्सली ने कहा कि वह अपनी बच्ची के लिए बेहतर जीवन चाहती है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने कहा कि राजनांदगांव जिले के मानपुर इलाके की निवासी 22 वर्षीय सुकारू सलाम ने नारायणपुर जिला मुख्यालय में पुलिस और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया। महिला नक्सली कथित तौर पर कई माओवादी अपराधों में शामिल थी। इनमें 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान सुरक्षा कर्मियों पर हमला भी शामिल है।
सुकारू पर एक लाख रुपए का इनाम था। सुकारू राजनांदगांव में सक्रिय थी जहां दस्ते के स्वयंभू डिप्टी कमांडर भरत से उसे प्यार हो गया। जब वरिष्ठ कैडरों ने उनके संबंधों पर आपत्ति जताई, तब वे वहां से भाग कर कांकेर जिले के कोयलीबेडा में रहने लगे। वे दोनों माओवादियों के इस ‘आदेश’ से अवगत थे जिसके तहत कैडरों को बच्चों के लिए अनुमति नहीं है। बच्ची का जन्म होने के बाद सुकारू ने आंदोलन से अलग होने और अपनी बच्ची को बेहतर जीवन देने का फैसला किया। महिला के अनुसार उसके पति ने भी मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया है और जल्दी ही वह भी ऐसा करेगा। पुलिस ने कहा कि महिला को आत्मसमर्पण और पुनर्वास संबंधी राज्य सरकार की नीति के अनुरूप सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।