छत्तीसगढ़ के कोरबा में एक बेटे पर अपनी मां की बेरहमी से हत्या करने का आरोप लगा है। दावा किया जा रहा है कि हत्यारोपी बेटे ने सपने में देखा कि उसकी मां ही पिता व छोटे भाई की कातिल है। जिसके चलते उसने धारदार हथियार से अपनी मां की हत्या कर दी और शव के टुकडे़ कर दिये। बता दें कि कुछ साल पहले ही हत्यारोपी के पिता और छोटे भाई की मौत हुई थी जिसके बाद से वह तंत्र-मंत्र के चक्कर में पड़ गया था। फिलहाल वह अभी फरार चल रहा है। पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है।

क्या है मामला- बता दें कि रामाकछार गांव का 25 वर्षीय दिलीप लाल अपनी 50 वर्षीय मां सुमरिया बाई के साथ रहता था। उसके छोटे भाई और पिता की मौत कुछ साल पहले हुई थी। बताया जा रहा है कि उसके बाद दिलीप तंत्र-मंत्र के चक्कर में पड़ गया था यही नहीं उसने घर में ही एक जगह साधना स्थली बना ली थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 31 दिसंबर 2018 को सुबह करीब 10.30 बजे उसने मां सुमरिया की घर पर ही धारदार हथियार (बसुली) से हत्या कर दी और फिर शव से जमीन पर बह रहा खून पीने लगा। बताया जा रहा है कि दिलीप ने हत्या इसलिए की थी क्योंकि उसने सपने में देखा था मां ही पिता व छोटे भाई की मौत की जिम्मेदार है और वह उसके लिए अपशगुनी थी।

कैसे हुआ खुलासा- हत्या के बाद मौके पर पड़ोस में रहने वाली समारिन बाई (65) पहुंच गई और उन्होंने दिलीप को मां के शव के साथ नरभक्षी जैसी हरकत करते देख लिया। ये नजारा देख वह डर गई और इस घटना के बारे में किसी को भी जानकारी नहीं दे पाई। लेकिन 3 दिन बाद हिम्मत करके परिवार को घटना के बारे में बताया। जिसके बाद परिजन और गांव वालों ने रात 8 बजे समारिन बाई के साथ पाली थाना व चैतमा चौकी पहुंचे। जिसके बाद शुक्रवार को पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे का नजारा देख दंग रह गई। घर में चूल्हे की राख के बीच हत्यारोपी की मां सुमरिया बाई की अस्थियां मिलीं। यहीं नहीं कमरे के अंदर दीवार पर खून के छींटे और साधना स्थल पर मांस रखा हुआ था। हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार भी बरामद हुआ है। फिलहाल आरोपी दिलीप अभी फरार है।

पुलिस का बयान- कटघोरा थाने के एसडीओपी संदीप मित्तल के अनुसार दिलीप ने हत्या कर शव को जला दिया था। मौके से हत्या में इस्तेमाल हथियार, जली हुई अस्थियां, तंत्र-मंत्र की किताबें बरामद हुई हैं। फिलहाल फरार आरोपी की तलाश की जा रही है। शायद तंत्र-मंत्र की किताबें पढ़कर ही दिलीप साधना कर रहा था।

प्रत्यक्षदर्शी का बयान- दिलीप की मां सुमरिया बाई खाट पर बैठी थीं। तभी उसने धारदार हथियार से मां के सिर और सीने पर वार कर दिया। जिसके बाद नीचे बहते हुए खून को हाथों में लेकर पीने लगा।