अक्सर खबरों में रहने वाला छत्तीसगढ़ का नक्सल प्रभावित जिला कांकेर एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार हिंसा से जुड़ी किसी वारदात को लेकर नहीं, बल्कि बहुत ही खास वजह से यह चर्चा में है। छत्तीसगढ़ में चहूमुखी विकास को लेकर बहुत ही खास काम किया जा रहा है। यहां राज्य की पुलिस नक्सल प्रभावित इलाकों में सड़क निर्माण करने का काम कर रही है। नक्सल प्रभावित कांकेर के जिवलांबरी और मरापी गांव में पुलिस गांववालों की मदद से सड़क निर्माण कर रही है।

घने जंगलों के चट्टानी इलाकों में बहुत मशक्कत के बाद सड़क का निर्माण किया जा रहा है। आपको बता दें कि यह इलाका नक्सल प्रभावित है, इसलिए गांववासियों की सुरक्षा का भी खास ख्याल रखा जा रहा है। उनकी सुरक्षा के लिए कमांडोज की भी तैनाती की गई है। कांकेर के एसपी कन्हैया लाल ने इस मामले में कहा है कि दोनों गांव बहुत सी जरूरी सुविधाओं के अभाव में थे, वह बाजार और अन्य गांवों से कटे हुए थे, इसलिए यहां सड़क का निर्माण किया जा रहा है।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक कन्हैया ने कहा, ‘जिवलांबरी और मरापी गांव विभिन्न प्रकार की सुविधाओं जैसे मार्केट और अन्य गांवों से कटे हुए थे। सड़क न होने के कारण इन दो गांव के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। इसलिए हमने यहां सड़क निर्माण करने का फैसला लिया और हमें गांववालों से भी काफी सपोर्ट मिला। जैसा कि हर कोई जानता है कि यह इलाका नक्सल प्रभावित है, इसलिए सुरक्षा का भी भरपूर ध्यान रखा जा रहा है। किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए कमांडोज को तैनात किया गया है। हमने उन गांववासियों को धन्यवाद देने के लिए कैम्प का आयोजन भी किया था, जिन्होंने इस नेक कार्य में मदद दी थी।’ वहीं जनपद सदस्य राजेश भास्कर का कहना है, ‘सड़क को लेकर गांववाले काफी लंबे समय से मांग कर रहे थे। हमने गांव वालों के साथ मीटिंग की और उन्होंने खुद कहा कि वे लोग मदद करना चाहते हैं।’ बता दें कि सड़क बन जाने के बाद गांव वाले बहुत ही आसानी से बाकी गांव से जुड़ सकेंगे और उनका जीवन आसान हो जाएगा।