छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता को वित्तीय अनियमितता के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह कार्रवाई शुक्रवार(15 मार्च) को की। पुनीत पर सरकारी अस्पताल में अधीक्षक के पद पर रहते हुए 50 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता को अंजाम देने का आरोप लगा है। वे राजकीय डीकेएस अस्पताल में अधीक्षक पद पर तैनात थे। रायपुर एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने समाचार एजेंसी को बताया कि गुप्ता के खिलाफ संस्थान के मौजूदा अधीक्षक कमल किशोर सहारे की शिकायत पर जालसाजी और धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। गोल बाजार पुलिस थाने में पुनीत के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। अपनी शिकायत में सहारे ने पुनीत पर आरोप लगाते हुए कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान, गुप्ता और अन्य लोगों ने 50 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता की थी जिसके चलते अस्पताल के सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ।

ये कहा पुलिस अधीक्षक नेः पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि सरकार को अस्पताल में नियमों के विरुद्ध नियुक्ति करने से संबंधित शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद मामले की तह तक जाने के लिए एक जांच समिति गठित की गई थी। जांच में पता चला कि गुप्ता ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अस्पताल में 50 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की।

 

लगाई गईं ये धाराएंः पुलिस ने बताया कि गुप्ता और अन्य लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 409, 420 , 467 , 468 और 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगे मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि शिकायत में शामिल अन्य आरोपियों के नाम का उल्लेख नहीं किया गया है। बता दें पिछले दिसंबर कांग्रेस सरकार के सत्ता संभालने के बाद पुनीत गुप्ता का रायपुर मेडिकल कॉलेज से स्पेशल ड्यूटी अधिकारी के पद पर ट्रांसफर किया गया था। यही नहीं पिछले महीने कांग्रेस के एक नेता ने उनके खिलाफ भाजपा शासन के दौरान 2014 में अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में फिक्सिंग का मामला दर्ज करवाया था जिसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।