Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में पंचायत चुनाव को लेकर नक्सलियों में भारी नाराजगी हैं और इसके चलते उन्होंने दंतेवाड़ा जिले में सरपंच पद के एक प्रत्याशी जोगा बारसे और उनके परिजनों की घर में घुसकर गला रेतकर हत्या कर दी। अधिकारियों ने बताया कि घटना गुरुवार रात को अरनपुर गांव की है, इस हत्या ने सभी को हिला कर रख दिया है। माओवादी कुल्हाड़ी से दरवाजे को तोड़कर घर में दाखिल हुए थे।

जानकारी के मुताबिक जोगा बारसे और उनका परिवार माओवाद प्रभावित दतेनवाड़ा के अरनपुर में अपने घर में सो रहे थे, जब शुक्रवार की सुबह छह-आठ नक्सलियों के गुट ने कथित तौर पर जबरन उनके घर में घुसकर पूर्व सरपंच बारसे की हत्या कर दी।

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मृतक के बेटे ने सुनाई हत्या की कहानी

इस बार भी बारसे पंचायत चुनाव में अरनपुर से सरपंच पद के लिए चुनाव लड़ रहे थे। इस घटना को याद करते हुए बारसे के 22 वर्षीय बेटे राजेश ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि छह से आठ माओवादियों ने, अपने चेहरे ढके हुए, हमारे सामने का दरवाज़ा तोड़ा और मेरे पिता को पकड़ लिया। जब मैंने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने मुझे चाकू की नोक पर धमकाया और हमें एक कमरे में ले गए।

पंचायल प्रत्याशी के बेटे ने कहा कि उन्होंने मेरी मां को थप्पड़ मारा और उन्हें घर से बाहर धकेल दिया। उनमें से दो ने मेरे पिता को मार डाला। कोई भी हमारी मदद के लिए नहीं आया। यह एक सुनियोजित हत्या थी। हमने रात में पुलिस को बुलाया, लेकिन वे सुबह आए।

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पुलिस अधिकारी ने दी जानकारी

दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक गौरव राय के अनुसार, पुलिस को बारसे को संभावित खतरे के बारे में कोई शिकायत नहीं मिली है, जिनकी पत्नी भी पूर्व सरपंच हैं। यह एक सप्ताह में अरनपुर में किसी नागरिक की दूसरी हत्या है। इससे पहले 4 फरवरी को इसी अरनपुर इलाके में माओवादियों ने 30 वर्षीय एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब सुरक्षा बलों ने राज्य में माओवाद विरोधी अभियान तेज कर दिए हैं।

माओवादी प्रभावित बस्तर क्षेत्र में इस साल की शुरुआत से यह छठी हत्या है। सरकारी अनुमान के अनुसार, पिछले साल माओवादियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोटों, क्रॉस-फायरिंग और हत्याओं में 68 नागरिक मारे गए है। छत्तीसगढ़ से जुड़ी अन्य खबरें के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।