छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शनिवार (25 फरवरी) को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गयी। इस मुठभेड़ में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व ग्रुप (DRG ) के तीन जवान शहीद हो गए हैं। बताया जा रहा है कि सर्च अभियान के दौरान घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग कर दी।

सुकमा में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़

बताया जा रहा है कि मुठभेड़ शनिवार सुबह जगरगुंडा के पास आश्रम पारा में हुई है। इस दौरान दोनों ओर से फायरिंग हुई। पुलिस सूत्रों के अनुसार जगरगुंडा क्षेत्र के नए स्थापित कुंदेड़ कैम्प से एरिया डोमिनेशन पर पार्टी निकली थी। तभी कैंप से दो किलोमीटर दूर आश्रमपारा के पास शनिवार सुबह आठ बजे नक्सलियों ने घात लगाकर जवानों पर हमला कर दिया। शहीदों में एएसआई रामूराम नाग, सहायक कांस्टेबल कुंजम जोगा और सैनिक वंजम भीमा शामिल हैं। हमले में दो जवान घायल भी हुए हैं।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा जिले में नक्सली हमले में तीन जवानों की शहादत पर दुख व्यक्त किया है। सीएम ने ट्विटर पर लिखा, “बस्तर के सुकमा जिले के जगरगुंडा में नक्सली मुठभेड़ के दौरान हमारे 3 वीर जवानों की शहादत का समाचार दुखद है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति और परिवारजनों को हिम्मत दे। इस दुख में हम सब साथ हैं। उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।”

नक्सलियों ने घात लगाकर किया हमला

सुकमा एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि सुबह करीब साढ़े नौ बजे मुठभेड़ थमी। बैकअप पार्टी को घटनास्थल की ओर भेजा गया है। पूरे इलाके की तलाशी की जा रही है। उन्होंने बताया कि शनिवार सुबह जगरगुंडा थाना से डीआरजी के दल को गश्त के लिए रवाना किया गया था। दल जब सुबह नौ बजे जगरगुंडा और कुंदेड़ गांव के बीच में था तभी नक्सलियों ने पुलिस दल पर हमला कर दिया। इस हमले में एक सहायक उपनिरीक्षक समेत तीन पुलिसकर्मी शहीद हो गए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में अधिक जानकारी जुटाई जा रही है। क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है।

इससे पहले 8 फरवरी 2023 को भी छत्तीसगढ़ के बीजापुर-सुकमा सीमा पर मुठभेड़ हो गई थी। वहां करीब 40 मिनट तक दोनों तरफ से फायरिंग चली थी। जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली वहां से भाग निकले थे।