दिवाली का त्योहार अगले हफ्ते ही है और उसके तुरंत बाद छठ का पर्व होगा। दिल्ली के बिहारी-पूर्वांचली प्रवासी इस क्षेत्र के सबसे बड़े त्योहारों में से एक के लिए अपने घर लौट रहे हैं। ऐसे में स्टेशन पर उमड़ने वाली भीड़ के लिए नई दिल्ली स्टेशन के अजमेरी गेट की तरफ़ रेलवे द्वारा स्थायी होल्डिंग एरिया बनाया गया है।
6000 वर्ग मीटर में फैले यात्री सुविधा केंद्र में तीन ज़ोन हैं—प्री-टिकटिंग, टिकटिंग और प्रस्थान। यहां यात्रियों के लिए बेंच हैं, इनमें से किसी पर भी आरक्षित सीट या बर्थ नहीं है। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को इस सुविधा केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा, “दिल्ली के निवासी दिवाली और छठ के दौरान अपने गाँव जाते हैं, लाखों लोग रेलवे स्टेशनों से गुज़रते हैं। इस विशाल सुविधा केंद्र से लोगों को लाभ होगा, जिसमें पानी, शौचालय, टिकट काउंटर और अलग-अलग प्रवेश और निकास द्वार हैं।”
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर स्वचालित टिकटिंग मशीन पर भीड़
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफ़ॉर्म नंबर 16 के पास नए यात्री सुविधा केंद्र में लगी हर स्वचालित टिकटिंग मशीन पर कतार लगी है। मशीन पर एक सुविधाकर्ता हर आने वाले व्यक्ति से एक ही सवाल पूछता है – “कहां? कौन सी गाड़ी? किस समय?” ज़्यादातर मामलों में, जवाब बिहार और उत्तर प्रदेश के गंतव्यों की सूची में से एक होता है- पटना, मुज़फ़्फ़रपुर, आरा, गोरखपुर, कानपुर, दरभंगा, गया।
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छठ पर्व के दौरान यमुना की सतह पर झाग नहीं दिखाई देगा- रेखा गुप्ता
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को दिल्लीवासियों को आश्वासन दिया कि आगामी छठ पर्व के दौरान यमुना नदी की सतह पर झाग नहीं दिखाई देगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदूषित नदी के पुनरुद्धार के लिए तेज़ी से काम चल रहा है। सीएम गुप्ता ने दिल्ली सचिवालय में कहा, “जैसे इस बार मिंटो ब्रिज में पानी नहीं देखा, वैसे ही दिल्ली की जनता को इस बार यमुना में झाग पहले जैसा नहीं दिखाई देगा।”
सर्दियों के मौसम में, खासकर दिवाली के बाद यमुना नदी में सीवेज और औद्योगिक अपशिष्ट छोड़े जाने के कारण पानी में झाग दिखाई देता है। पिछले कुछ वर्षों में झाग से भरे पानी में खड़ी महिलाओं द्वारा छठ मनाने की तस्वीरों ने विपक्षी दलों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं द्वारा दिल्ली सरकार की आलोचना की थी।