अनामिका सिंह

सर्दियों में तापमान लगातार गिरता चला जा रहा है, खासकर सुबह व शाम को ठंड काफी बढ़ गई है। जिसे देखते हुए राष्ट्रीय प्राणि उद्यान (दिल्ली चिड़ियाघर) प्रशासन ने वन्यजीवों को ठंड से बचाने के लिए उनके खानपान में बदलाव किया है। ताकि उन्हें कैल्शियम, विटामिन व आयरन भरपूर मात्रा में मिल सके।

चिड़ियाघर की निदेशक आकांक्षा महाजन ने बताया कि पहले ‘बिग कैट फैमिली’ जैसे रायल बंगाल टाइगर, व्हाइट टाइगर, तेंदुआ, जैगुआर इत्यादि के मांस की मात्रा को बढ़ा दिया गया है। पहले उन्हें दस किलो मांस दिया जाता था लेकिन अब उसे बारह किलो कर दिया गया है। वहीं हाथियों के खाने में गन्ना और गुड़ को जोड़ दिया गया है ताकि शरीर की गर्मी बनी रहे। वहीं चौपायों जैसे हीरण, गाय व अन्य शाकाहारी जानवरों को चुकंदर, गाजर, शकरकंदी, आंवला व पालक दिया जा रहा है।

भालुओं को अब सुबह के समय दूध-ब्रेड का नाश्ता दिया जा रहा है, साथ ही सर्दियों से बचाव के लिए गुड़ के सिरे का हलवा दिया जा रहा है। बंदरों के लिए मौसमी फलों के साथ ही मक्का व चने का सत्तू दिया जा रहा है। वहीं पक्षियों को कांगनी व मिश्रित अनाज दिया जा रहा है। खासकर बाजरा, मक्का इत्यादि सर्दी को देखते हुए पक्षियों को दिया जा रहा है। इसके अलावा वन्यजीवों के बाड़ों में उन्हें ठंड से बचाने के लिए हीटर, ब्लोअर लगाए गए हैं और पुआल भी बिछाई गई है, ताकि उन्हें कोई परेशानी ना हो सके।

सर्दियों के आगमन के साथ बढ़ गई है पर्यटकों की संख्या

निदेशक ने कहा कि सर्दियों के आगमन के साथ ही पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। रोजाना 18 हजार पर्यटक चिड़ियाघर देखने आ रहे हैं। जबकि बड़ी संख्या में टिकट ना मिलने से लोग बिना देखे ही वापस भी जा रहे हैं। दरअसल भीड़ को काबू में करने के लिए प्रशासन ने कैपिंग सिस्टम लगाया है और रोजाना सिर्फ 18 हजार टिकट ही बेची जा रही हैं।