हरियाणा के मेवात जिले में बकरीद पर बिरयानी नहीं मिलेगी। रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस रेड और हिंसक गौ रक्षकों के चलते लोगों ने बकरीद पर दुकानें बंद करने का फैसले किया है। इससे बकरीद के त्योहार पर लोगों के सामने समस्या खड़ी हो गई है कि दुकानों पर बिरयानी बिकेगी या नहीं। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में 7 जगहों से बिरयानी के नमूनों एकत्र किए गए थे। हिसार की एक लैब में हुई जांच के बाद दावा किया गया कि बिरयानी के नमूनों में बीफ पाया गया है। इसका सबसे ज्यादा असर उन रेहड़ी वालों पर पड़ा है, जो कि सड़क पर बिरयानी बेचकर अपना घर चलाते हैं।

न्यूज एक्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक मेवात जिले के ज्यादातर दुकानदारों का कहना है कि अंतहीन पुलिस रेड के चलते उनका बिजनेस प्रभावित हो रहा है और उनके पास इस समस्या से निपटने का एक ही रास्ता है कि वो या तो कम मीट वाला या बिना मीट के खाना बेचें। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने उस शिकायत के बाद से दुकानों पर रेड मारनी शुरू की है, जिसमें कहा गया था कि मेवात में बिरयानी में बीफ मिलाकर बेची जा रही है। वहीं हरियाणा सरकार की ओर जानबूझकर या अनजाने में कुछ मामलों में गौ रक्षकों के खिलाफ हल्की प्रतिक्रिया व्यक्त करना भी ऐसे मामलों की वकालत के तौर पर देखा जा रहा है।

गौरतलब है कि गौ रक्षकों द्वारा की गई हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कड़ी आलोचना की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि गौसवकों के नाम पर लोगों ने अपनी दुकानें खोल ली हैं। पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें यह सब देखकर बहुत गुस्सा आता है। मोदी ने बताया कि कुछ लोग रात में गैर कानूनी काम करते हैं और दिन में गौसेवक बन जाते हैं। मोदी ने राज्य सरकारों से ऐसे लोगों का लेखा-जोखा तैयार करने को भी कहा। मोदी ने दावा किया कि 70-80 प्रतिशत लोग नकली गौ-सेवक हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘आपको जानकर हैरानी होगी कि ज्यादातर गाय कत्ल की वजह से नहीं प्लास्टिक खाने से मरती हैं।

रिपोर्ट में बताया गया है कि छोटे स्तर पर बिरयानी बेचने वालों ने या तो दुकानें बंद कर दी है या फिर बिरयानी की जगह कोरमा बेचना शुरू कर दिया है।