चंडीगढ़ में एक डेथ सर्टिफिकेट परिवार के लिए मुसीबत बन गया है। दरअसल चंड़ीगढ़ में तीसरी मंजिल से गिरकर मौत हो जाने के बाद मजदूर का परिवार न्याय के लिए भटक रहा है। आरोप है कि उसकी मेडिकल रिपोर्ट में उम्र गलत दिखाई गई है। वहीं डेथ सर्टिफिकेट में मेल (पुरुष) की जगह फीमेल (महिला) लिख दिया गया है। सिर्फ इतना ही नहीं मकान मालिक और ठेकेदार की तरफ से 2 लाख रुपए की सहायता देने की भी बात कही गई थी। लेकिन आज तक वहां से भी कोई मदद नहीं मिली। वहीं इकलौते कमाने वाले की मौत के बाद इस परिवार के आगे घर का खर्च चलाने की समस्या खड़ी हुई है।
संदिग्ध परिस्थितियों में गिरकर हुई मौत
जानकारी के मुताबिक चंडीगढ़ के सेक्टर 29 में मकान नंबर 1031 के मकान की तीसरी मंजिल पर काम करने समय एक मजदूर की संदिग्ध परिस्थितियों में गिरकर मौत हो गई थी। मृतक का नाम लक्ष्मी कुमार बताया जा रहा है। परिजनों के मुताबिक इस मौत के लिए मकान मालिक और ठेकेदार जिम्मेदार हैं। बता दें कि ठेकेदार ने अपने बयान में कहा था कि लक्ष्मी कुमार तीसरे फ्लोर से काम करते वक्त नीचे गिर गए थे लेकिन लक्ष्मी कुमार के शरीर से जरा सा भी खून नहीं निकला था। इसके अलावा एक आरोप ये भी है कि मेडिकल रिपोर्ट में भी कई गड़बड़ी है। इमरजेंसी पास में दर्ज कराई 22 साल की उम्र को बाद में रिपोर्ट में 40 साल लिख दिया गया वहीं डेथ सर्टिफिकेट में मेल की जगह फीमेल लिखा था।
पुलिस ने किया इनकार
हालांकि इन सभी आरोपों से पुलिस ने इनकार कर दिया है। मृतक के बेटे सतीश ने बताया कि परिवार में उसके पिता अकेले कमाने वाले थे। उनकी मौत के बाद उसके पूरे परिवार का खर्चा चलाना मुश्किल हो गया है। वहीं जिस दिन ये घटना हुई उस दिन ठेकेदार सोनू ने घर पर सूचित तक नहीं किया। वहीं पुलिस ने भी पहले शिकायत लिखने से मना कर दिया था।
वादे से मुकरे
इसके साथ ही मृतक के बेटे का कहना है कि पहले मकान मालिक ने दो लाख रुपए देने का वादा किया था लेकिन सिर्फ 50 हजार रुपए दिए गए। वहीं अंतिम संस्कार के बाद पैसे देने के लिए इनकार कर दिया।